High Level Language in Hindi – उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा क्या है

कंप्युटर प्रोग्रामिंग के क्षेत्र मे लगभग अधिकतर प्रोग्रामर आज के समय मे प्रोग्रामिंग के लिए हाई लेवल लैंग्वेज का ही उपयोग कर रहे है तो अब सवाल यह है की आखिर What is High Level language in Hindi, तो आपको बता दे की यह किसी भी प्रकार का कोई एक प्रोग्रामिंग भाषा नहीं है बल्कि यह एक प्रकार की श्रेणी है जिसमे वर्तमान समय मे उपयोग किए जाने वाले प्रोग्रामिंग भाषाये मौजूद है।

आपको सबसे पहले यह बता दे की कंप्युटर भाषाओ मे तीन स्तर के भाषा होते है जिनमे से पहले को निम्न स्तर का प्रोग्रामिंग भाषा कहा जाता है और यही कंप्युटर भाषा की पहली पीढ़ी है उसके बाद आता है माध्यम स्तर के प्रोग्रामिंग भाषा जिसे असेंबली लैंग्वेज कहा जाता है यह कंप्युटर भाषा की दूसरी पीढ़ी है उसके बाद आता है उच्च स्तर की कंप्युटर भाषाये जिसे कंप्युटर भाषा का दूसरी पीढ़ी कहा जाता है।

अब आपका सवाल यह है की उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा क्या है? तो आपको बता दे की इन्ही उच्च स्तर की भाषाओ को अंग्रेजी मे हम हाई लेवल लैंग्वेज कहते है, आज जहां कंप्युटर टेक्नोलॉजी और प्रोग्रामिंग का क्षेत्र इतना विकसित हो चुका है वहाँ पर इन्ही हाई लेवल लैंग्वेज का उपयोग किया जा रहा है ऐसे मे हमें हाई लेवल लैंग्वेज के बारे मे जानना काफी अधिक जरूरी हो जाता है।

इस वजह से ही मैंने आज के इस आर्टिकल को लिखने का सोचा जिसमे मैं आप सभी के साथ हाई लेवल लैंग्वेज क्या है, हाई लेवल लैंग्वेज कितने प्रकार के होते है, हाई लेवल लैंग्वेज के फायदे और नुकसान एवं इससे जुड़े समस्त जानकारीयो को आप सभी के साथ विस्तार से साझा करने वाला हूँ, तो चलिए फिर जानते है और कुछ नया सीखते है।

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उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा क्या है – What is High Level language in Hindi

यह कंप्युटर भाषा की तीसरी पीढ़ी है एवं यह एक प्रकार की प्रोग्रामिंग भाषा है ही जिसको की मशीन लैंग्वेज और असेंबली लैंग्वेज मे मौजूद कमियों को दूर करने के लिए विकसित किया गया है क्योंकि मशीन लैंग्वेज और असेंबली लैंग्वेज मे कोडिंग करने के लिए कही न कहीं Binary Codes को याद पड़ता है जिसे समझना और याद करना काफी मुश्किल होता है इसी वजह से उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग का उपयोग किया जाता है।

हाई लेवल लैंग्वेज मे कंप्युटर प्रोग्राम बनाना और हाई लेवल लैंग्वेज को समझना, सीखना काफी आसान है क्योंकि हाई लेवल लैंग्वेज का Format बिल्कुल अंग्रेजी भाषा की तरह ही होता है मतलब यह एक प्रकार का Symbolic लैंग्वेज होता है जिसमे अंग्रेजी के शब्दो, Mathematical Symbol और Mnemonic Codes का उपयोग किया जाता है किसी कंप्युटर प्रोग्राम को डिजाइन करने के लिए।

इसका उपयोग खास तौर पर सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को विकसित करने के लिए किया जाता है लेकीन उच्च स्तर के प्रोग्रामिंग भाषा को सीधे Execute नहीं किया जा सकता है क्योंकि कंप्युटर सिर्फ मशीन लैंग्वेज जिसमे Binary Codes मौजूद होते है उसे ही समझता है ऐसे मे उच्च स्तर के भाषाओ मे Interpreter एवं Compiler का उपयोग किया जाता है जो की उच्च स्तर के प्रोग्रामिंग भाषा मे लिखे गए Codes को मशीनी भाषा मे Execute कर देता है।

Name of First High level LanguageFortran
ExamplesPython, Java, C++
UseSoftware Program Development

हाई लेवल लैंग्वेज का इतिहास (History)

अगर हम हाई लेवल लैंग्वेज के इतिहास की बात करे तो दुनिया का सबसे पहला हाई लेवल लैंग्वेज 1942 से 1945 के बीच मे Corrado Böhm जो की एक इटैलियन कंप्युटर वैज्ञानिक है इनके द्वारा विकसित किया गया था। जिसके बाद इन्होंने ही Compiler का उपयोग करने वाली दुनिया का पहला हाई लेवल प्रोग्रामिंग भाषा 1951 मे अपने PhD Thesis के बनाया।

जिसके बाद दुनिया का पहला Commercial हाई लेवल का प्रोग्रामिंग भाषा FORTRAN को 1954 मे जॉन बैकस जो की एक अमेरिकन कंप्युटर वैज्ञानिक है इनके द्वारा आईबीएम मे विकसित किया गया था और कुछ इस तरह से उच्च स्तर के प्रोग्रामिंग भाषा की शुरुआत हुई थी।

हाई लेवल लैंग्वेज कितने प्रकार के होते है (Types)

अब अगर हम हाई लेवल लैंग्वेज कितने Types के होते है, इस पर चर्चा करे तो आपको बता दे की हाई लेवल लैंग्वेज के कार्य के आधार पर इसके कुछ Types नीचे लिखे हुए है :-

1. Algebraic Formula Type Processing.

यह हाई लेवल लैंग्वेज का सबसे पहला प्रकार है जिसमे की mathematical, statistical Operations Perform किए जाते है इसके कुछ उदाहरण Algo Programming language, FORTRAN Programming language, Basic Programming language इत्यादि है।

2. Business Data Processing.

इस तरह के हाई लेवल के प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को Business के डेटा को प्रोसेस करने के लिए बनाया गया था एवं जिसके माध्यम से Data Processing Procedure के समस्याओ को सुलझाया जाता था इसके कुछ उदाहरण Prolog Programming Language, LISP Programming Language, RPG language इत्यादि है।

3. Structured Programming Language.

यह एक ऐसा हाई लेवल का प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसमे की कार्य अलग अलग Module मे बटे हुए होते है इसके कुछ उदाहरण Pascal Programming Language, Algol Programming Language इत्यादि है।

4. Object Oriented Programming Language.

यह एक ऐसा हाई लेवल का प्रोग्रामिंग लैंग्वेज है जिसमे की हर एक काम छोटे छोटे Objects मे बैट हुए रहते है इसके कुछ उदाहरण Python Programming Language, Java Programming Language इत्यादि है।

5. Visual Programming language.

इस तरह के हाई लेवल लैंग्वेज मे हम कंप्युटर प्रोग्राम को अपने हिसाब से डिजाइन कर सकते है, Windows का नाम आपने जरूर सुना होगा यह एक ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसमे Visual Basic लैंग्वेज का उपयोग किया गया है जो की एक Visual Programming language है।

हाई लेवल लैंग्वेज के उदाहरण (Examples)

जैसा की मैंने आप सभी को ऊपर ही बताया की आज के समय मे अधिकतर उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा का ही इस्तेमाल किया जाता है ऐसे मे हाई लेवल लैंग्वेज के कई सारे उदाहरण है जैसे :-

1. Python.

पाइथन प्रोग्रामिंग भाषा के बारे मे तो आप जानते ही होंगे क्योंकि यह प्रोग्रामिंग के क्षेत्र मे काफी अधिक लोकप्रिय है यह भी एक हाई लेवल लैंग्वेज है जिसको सन 1980 मे विकसित किया गया था जिसका उपयोग Artificial Intelligence, Machine Learning जैसे क्षेत्रों मे किया जाता है।

2. Java.

यह एक सामान्य उद्देश्य वाली हाई प्रोग्रामिंग भाषा है जिसका उपयोग Website, Software और Application डेवलपमेंट जैसे प्रमुख कंप्युटर के क्षेत्रों मे किया जाता है। जावा प्रोग्रामिंग भाषा को 1995 मे कैनेडा के एक कंप्युटर वैज्ञानिक ने विकसित किया था जिसका उपयोग आज के समय मे प्रोग्रामिंग क्षेत्र मे काफी अधिक होता है।

3. PHP.

यह एक प्रकार का Dynamic Open Source Server Side हाई लेवल का स्क्रिप्टिंग भाषा है जिसका उपयोग अधिकतर वेब डेवलपमेंट मे के क्षेत्र मे किया जाता है, इस हाई लेवल के प्रोग्रामिंग भाषा को 1994 मे Rasmus Lerdorf जो की एक कंप्युटर प्रोग्रामर है इसके द्वारा किया गया था।

4. Visual Basic.

यह एक काफी लोकप्रिय हाई लेवल प्रोग्रामिंग भाषा है जिसका उपयोग सॉफ्टवेयर प्रोग्राम को विकसित करने के लिए किया जाता है, इस प्रोग्रामिंग भाषा को माइक्रोसॉफ्ट जो की काफी बड़ी टेक कंपनी है इनके द्वारा 1991 मे विकसित किया गया था, इसका उपयोग विंडोज़ ऑपरेटिंग सिस्टम मे भी किया गया है।

5. JavaScript.

जावास्क्रिप्ट एक काफी लोकप्रिय Interpreted प्रोग्रामिंग भाषा है जिसे शॉर्ट फॉर्म मे JS के नाम से भी जाना जाता है यह एक हाई लेवल प्रोग्रामिंग भाषा है जिसको की 1995 मे Netscape कंपनी द्वारा किया गया था जिसका उपयोग वेब डेवलपमेंट मे खास तौर पर होता है।

हाई लेवल लैंग्वेज विशेषताएं (Characteristics)

आज के समय मे सबसे ज्यादा हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का ही उपयोग किया जाता है इसका मुख्य कारण है इसके विशेषताएं जैसे :-

1. सीखने मे आसान होते है

हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज लो लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के मुकाबले सीखने मे काफी आसान होते है क्योंकि यह अंग्रेजी भाषा से काफी Similar है।

2. Errors Detection Easy है

हाई लेवल लैंग्वेज मे प्रोग्राम को विकसित करते समय आने वाले Errors को आसानी से Detect कर सकते है और उन्हे Fix कर सकते है।

3. मशीन Independent होते है

हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज पूरी तरह से मशीन Independent होते है मतलब इस तरह के प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मे बनाए गए प्रोग्राम को हम किसी भी कंप्युटर सिस्टम मे थोड़े Modifications करने के बाद Run कर सकते है।

4. Well Defined Syntax होते है

हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के Syntax Well Defined होते है जिसकी वजह से हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मे एक प्रोग्रामर द्वारा लिखे गए प्रोग्राम को दूसरा प्रोग्रामर आसानी से समझ सकता है।

5. प्रोग्राम छोटे होते है

इसमे जो प्रोग्राम हम बनाते है उसमे अधिक Codes लिखने की आवश्यकता नहीं पड़ती है मतलब मशीन लैंग्वेज मे लिखा गया 10 लाइन के Codes हम इसमे एक ही लाइन मे लिख सकते है।

हाई लेवल लैंग्वेज कहा कहा किया जाता है (Uses)

प्रोग्रामिंग के क्षेत्र मे हाई लेवल लैंग्वेज का ही अधिकतर उपयोग किया जाता है ऐसे मे अगर हम हाई लेवल लैंग्वेज के Uses के बारे मे करे तो इसका इस्तेमाल कई तरह के क्षेत्र मे किए जाते है जैसे :-

1. Artificial Intelligence के क्षेत्र मे

आज के समय मे काफी सारे अलग अलग कार्यों के लिए Artificial Intelligence का उपयोग किया जाता है ऐसे मे Artificial Intelligence वाले प्रोग्राम बनाने के लिए हाई लेवल लैंग्वेज का ही उपयोग किया जाता है।

2. मशीन लर्निंग के क्षेत्र

मशीन लर्निंग AI का ही एक प्रकार का Application है। मशीन लर्निंग वाले प्रोग्राम को विकसित करने के लिए भी हाई लेवल लैंग्वेज का ही उपयोग किया जाता है।

3. वेब डेवलपमेंट के क्षेत्र मे

यह क्षेत्र वेब से संबंधित है जिसमे की वेब यानि वेबसाइट्स को विकसित, Manage इत्यादि किए जाते है इस क्षेत्र मे भी हाई लेवल लैंग्वेज का ही उपयोग किया जाता है।

4. App डेवलपमेंट के क्षेत्र मे

App डेवलपमेंट के क्षेत्र मे मोबाइल Apps, Games इत्यादि को विकसित एवं मैनेज किया जाता है इस क्षेत्र मे भी हाई लेवल लैंग्वेज का ही उपयोग किया जाता है।

हाई लेवल लैंग्वेज के लाभ (Advantages)

हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के कई सारे Advantages है जिनको मैंने नीचे Mention किया है –

  1. हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को मशीन लैंग्वेज के मुकाबले आसानी से सीखा जा सकता है।
  2. हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज यूजर Friendly लैंग्वेज होता है।
  3. हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज मे कोई प्रोग्राम को लिखने के लिए काफी कम समय लगता है।
  4. इसमे लिखे गए प्रोग्राम को Maintain करना काफी अधिक आसान होता है।
  5. इस तरह के लैंग्वेज Portable होते है यानि इसकी मदद से किसी एक सिस्टम मे प्रोग्राम Develop करके उसे किसी भी सिस्टम मे Run कर सकते है।
  6. इसमे लिखे गए Codes English language के जैसा ही होता है जिसकी वजह इसे समझना आसान है।

हाई लेवल लैंग्वेज के हानि (Disadvantages)

हाई लेवल प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के फायदे तो है ही लेकीन इसके कुछ नुकसान भी है जो निम्नलिखित है –

  1. इसमे लिखे गए Codes को सीधे execute नहीं किया जा सकता है इसके लिए एक कंप्युटर प्रोग्राम की जरूरत पड़ती है।
  2. हाई लेवल लैंग्वेज मे लिखे गए Codes को मशीन लैंग्वेज मे Translate करने वाला प्रोग्राम इसके Codes को Translate करने मे काफी अधिक समय लेता है।
  3. इसमे बनाए गए प्रोग्राम लो लेवल मे बनाए गए प्रोग्राम के मुकाबले Slow होते है।
  4. यह सीधे Hardware से Communicate करने मे सक्षम नहीं होते है।

हाई लेवल लैंग्वेज और लो लेवल लैंग्वेज मे अंतर

हाई लेवल लैंग्वेज और लो लेवल लैंग्वेज दोनों के माध्यम से ही हम कंप्युटर से Interact कर सकते है लेकीन इन दोनों लैंग्वेज मे काफी सारे अंतर है जो की निम्नलिखित है :-

High Level LanguageLow Level language
इसे समझना और सीखना आसान है। इसे सीखना और समझना दोनों ही काफी कठिन है।
यह हार्डवेयर के साथ सीधे Communicate नहीं कर सकते है। यह हार्डवेयर के साथ सीधे Communicate कर सकते है।
यह लैंग्वेज Portable होता है। लो लेवल लैंग्वेज Portable नहीं होता है।
आज के समय मे हाई लेवल लैंग्वेज का ही उपयोग किया जाता है। आज के समय मशीन लैंग्वेज का उपयोग न के बराबर किया जाता है।
यह एक Programmer Friendly लैंग्वेज है। यह मशीन Friendly Language है।
इसमे Errors को ढूँढना और Fix करना आसान है। इसमे Errors को ढूँढना और उन्हे Fix करना काफी कठिन है।

निष्कर्ष

दुनिया जिस तरह से कंप्युटर के क्षेत्र मे आगे बढ़ रहा है उसमे हाई लेवल लैंग्वेज का काफी बड़ा योगदान रहा है क्योंकि इसकी वजह से आज कंप्युटर के साथ Interact करना आसान हो गया ऐसे मे हाई लेवल लैंग्वेज क्या होता है? इसके बारे मे जानना कही कही काफी जरूरी है, अब मैंने आप सभी के साथ हाई लेवल लैंग्वेज से जुड़े समस्त जानकारीयो को विस्तार से साझा कर दिया है।

उम्मीद है की अब आप सभी ने इस आर्टिकल को अंत तक पढ़कर काफी कुछ नया सीखा होगा और उच्च स्तरीय कंप्युटर भाषा क्या है (What is High Level language in Hindi) इससे जुड़े समस्त जानकारीयो को विस्तार से जान लिया होगा, अगर अभी भी आपके मन मे इस आर्टिकल से जुड़ा किसी भी प्रकार का सवाल या सुझाव है तो उसे नीचे Comment पर लिखना न भूले।