RDBMS Kya Hai : आजकल इंटरनेट का काफी ज्यादा इस्तेमाल होता है, इसीलिए इंसानों के लिए इंटरनेट से डेटा को बनाना और उसे सुरक्षित रखना एक चुनौती रही है। अब इस चुनौती को हल करने के लिए समय-समय पर डेटा को बनाने और स्टोर करने के लिए नयी-नयी टेक्नोलॉजी का विकास होता रहा है। इन्ही विकासों मे से एक RDBMS भी है, जिससे डेटा को टेबल के रूप में बनाकर स्टोर किया जाता है।
RDBMS टेक्नोलॉजी डेटा को बनाने व सुरक्षित करने के लिए काफी अच्छी टेक्नोलॉजी है। इस तकनीक से डेटा को Maintain करना और उसे Access करना काफी आसान हो गया है। आज के समय में RDBMS दुनियाभर में सगंठनों के बीच एक लोकप्रिय डेटाबेस बन गया है।
इस आर्टिकल में, आज मैं आपको RDBMS Kya Hai, के बारे बताऊंगा। इसके अलावा भी मैं आपके साथ कई अन्य जानकारीयां सांझा करूंगा, जैसे- रिलेशनल डेटाबेस क्या है In Hindi, RDBMS के उदाहरण क्या हैं, रिलेशनल डेटाबेस की विशेषताएं क्या है, RDBMS कैसे काम करता है आदि।
तो चलिए जानते है कि RDBMS Kya Hai In Hindi में, लेकिन इसे पहले हम जानेंगे कि रिलेशनल डेटाबेस क्या है?
रिलेशनल डेटाबेस क्या है (RDBMS in Hindi)
RDBMS क्या है, यह जानना से पहले हम Relational Database के बारे में जानेंगे। यह एक प्रकार का डेटाबेस है, जो महत्वपूर्ण डेटा को टेबल्स में व्यवस्थित करता है, और इन सभी टेबल को किसी Common डेटा के आधार पर एक – दूसरे से जोड़ा जाता है। इससे सभी टेबल के बीच एक रिलेशनशिप बनाया जा सकता है, इसीलिए इसे रिलेशनल डेटाबेस कहा जाता है।
रिलेशनल डेटाबेस की मदद से कोई भी यूजर एकल Query का उपयोग करके एक या अधिक संबंधित टेबल्स के डेटा से एक नया डेटासेट बना सकता है। Relational Database के डेटा सरंचनाओं में टेबल, इंडेक्स और व्यू आदि शामिल होते हैं। इसके प्रमुख घटक Tables, Columns, Rows, Field और Record आदि होते हैं।
- रिलेशनल डेटाबेस की टेबल के प्रत्येक Row में एक Unique ID रिकॉर्ड होती है जिसे Key (कुंजी) कहा जाता है।
- इसके टेबल के कॉलम में डेटा की Attributes होती हैं, और प्रत्येक रिकॉर्ड में सामान्यतौर पर प्रत्येक Attributes के लिए एक “वैल्यू” होती है।
- कॉलम में “मान” (Value) के कारण ही डेटाब बिंदुओं के बीच संबंध स्थापित करना आसान हो जाता है।
- रिलनेशनल डेटाबेस को मैंटेन करने के लिए ही रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) का Use करते है।
रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम क्या है (RDBMS Kya Hai)
रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) एक तरह का डेटाबेस डॉफ्टवेयर है, जो रिलेशनल डेटाबेस में संग्रहित डेटा को स्टोर करने, Query को प्रबंधित करने और पुनप्राप्त करने के लिए उपयोगी है। RDBMS की मदद से Relation Database को Create, अपडेट, डिलीट या Retrieve किया जा सकता है.
RDBMS डेटा को Row और Column (टेबल) के रूप में स्टोर करता है. इसमें ऐसे काफी फिचर होते हैं, जो डेटा की सुरक्षा, Accuracy और Consistency को बनाए रखते हैं। वैसे अधिकांश बिज़नेस में RBDMS को एक्सेस करने के लिए Structured Query Language (SQL) का Use करते है।
आज यह दुनियाभर में संगठनों के बीच एक लोकप्रिय डेटाबेस बन चुका है, और लगभग सभी आधुनिक डेटाबेस जैसे Oracle, MySQL, Microsoft, IBM आदि Database Create करने के लिए RDBMS का ही उपयोग करते हैं.
- RDBMS सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल केवल डेटा को संग्रहीत करने के लिए किया जाता है।
- इससे किसी भी तरह के डाटा को टेबल के रूप में संग्रहीत किया जा सकता है।
- आरडीबीएमएस, डेटा को रॉ और कॉलम में स्टोर और मैनेज करता है, जिसे Tuples और Attributes कहा जाता है।
- यह बिज़नेस के लिए काफी उपयोगी सॉफ्टवेयर है।
- अधिकतर एडवांस डेटाबेस जैसे Racle, MySQL, Microsoft, IBM आदि डेटाबेस बनाने के लिए RDBMS का इस्तेमाल करते है।
- इसकी मदद से डेटा को सुरक्षित, शुद्ध और रेगुलर रखा जा सकता है।
आरडीबीएमएस का फुल फॉर्म
RDBMS का फुल फॉर्म “Relational Database Management System” होता है, जो DBMS का एक तरह का एडवांस वर्जन है। क्योंकि यह नई टेक्नोलॉजी किसी भी संस्था को DBMS की तुलना में डेटा को कुशलता से Access करने में सहायता करती हैं.
RDBMS का उदाहरण
आप कॉलेज की Attendance Table और Mark Sheet Table की मदद से RDBMS को आसानी से समझ सकते है।
- Attendance Table में विद्यार्थियों के रोल नंबर, नाम और एड्रेस जैसी जानकारीयां लिखी जाती है।
- Mark Sheet Table में विद्यार्थियों के रोल नंबर, नाम और विभिन्न विषयों के नंबर लिखे जाते है।
इन दोनों टेबल में नाम और रोल नंबर समान है, तो इन दोनों टेबल में नाम व रोल नंबर का रिलेशन है। अब आप नाम या रोल नंबर की मदद से Address, Marks भी देख सकते है। इस तरह RDBMS की मदद से कोई भी काम करना आसान हो जाता है।
RDBMS का इतिहास क्या है (History of RDBMS in Hindi)
आज बड़ी-बड़ी संस्थाएं और कंपनियां अपने बड़ी मात्रा के डाटा को स्टोर करने के लिए RDBMS डेटाबेस का ही इस्तेमाल कर रहे है। यह टेक्नोलॉजी 1970 के दशक में अस्तित्व में आयी थी, जब Ted Codd ने IBM कंपनी के लिए दुनिया का पहला RDBMS Software बनाया था।
1980 के दशक में RDBMS पुरी दुनिया में काफी ज्यादा लोकप्रिय हो गया, और सभी बड़ी कंपनियां अपना डेटाबेस बनाने के लिए इसी का इस्तेमाल करने लगी। आज RDBMS का इस्तेमाल काफी व्यापक रूप से किया जाता है, क्योंकि इससे अधिक कुशलता सेMultiple Tables बना सकते हैं।
RDBMS में डाटा को टेबल के फार्म में स्टोर किया जाता है। और यह टेबल Row और Column से मिलकर बनती है, जिसमें Row का मतलब रिकॉर्ड और Column का मतलब Fields है। अत: इसे संक्षिप्त में समझे तो यह एक सॉफ्टवेयर है जो केवल वही डाटा स्टोर करता है जो टेबल के रूप में होता है। RDBMS में कई मुख्य घटक भी होते हैं, जो नीचे बताए गए हैं।
RDBMS के घटक (Components in RDBMS in Hindi)
RDBMS के कुछ ख़ास घटक निम्नलिखित हैं, जिसके संयोजन से RDBMS कार्य करता हैं-
- Table
- Column or Filed or Attributes
- Rows or Record or Tuple
- Keys
- Domain
- Schema
- Instance
- Record
#1. Table
टेबल रॉ और कॉलम के द्वारा बनते है, जिसमें Text, Numbers जैसे डेटा को स्टोर किया जाता है।
#2. Column or Filed or Attributes
किसी भी टेबल में कॉलम अवश्य होता है, जिसे Attribute भी कहा जा सकता है। Exa. एक स्कूल Attendance Table में विद्यार्थी का नाम, रोल नंबर, एड्रेस, स्कोलर आईडी इत्यादि Column हैं।
#3. Rows or Record or Tuple
टेबल में Rows भी अवश्य होती है, जिसे Tuple भी कहा जाता है। इसमे रिकॉर्ड को लिखा जाता है।
#4. Keys
रिलेशनल डेटाबेस में Keys काफी महत्वपूर्ण घटक है। दो या दो से अधिक टेबल में Unique डेटा को खोजने के लिए Keys का ही इस्तेमाल किया जाता हैं।
#5. Domain
किसी भी टेबल में डोमेन उसे कहा जाता है, जिसमें किसी Field/Attribute के लिए परमीटेड वैल्यू सेट की गयी हो।
#6. Schema
टेबल के डिजाइन को टेक्निकली स्किमा कहा जाता है, और यह अनेक प्रकार का होता है, जैसे Physical, Logical Review Schema.
#7. Instance
किसी भी टेबल में Particular Moment पर किसी डेटा को स्टोर किया जाता है तो उसे DBMS में Instance कहा जाता है।
#8. Record
टेबल के Rows में जो डेटा स्टोर किया जाता है, उसे Record कहते है।
Popular RDBMS Software
अभी तक हमने जाना कि RDBMS Kya Hai In Hindi में. तो चलिए अब मैं आपको सबसे लोकप्रिय रिलेशनल डेटाबेस सॉफ्टवेयर के बारे में बताता हूं.
- Oracle
- MySQL
- PostgreSQL
- IBM Db2
- Microsoft SQL Server
इसके अलावा कुछ लोकप्रिय क्लाउट आधारित रिलेशनल डेटाबेस भी हैं, जैसे-
- Oracle Cloud
- SQL Azure
- Google Cloud SQL
- IBM Db2 on Cloud
- AWS Relational Database Service
रिलेशनल डेटाबेस (RDBMS) कैसे काम करता है
रिलेशनल डेटाबेस मुख्यत: “Keys” (कुंजी) की मदद से काम करता है. क्योंकि इन्ही Keys की मदद से कई संबंधित तालिकाओं से डेटा या जानकारी को जोड़कर रखा जाता है। Keys अद्वितीय पहचानकर्ता Id हैं, जो टेबल में किसी भी पंक्ति में जरूर शामिल होते हैं।
इस अद्वितीय पहचानकर्ता आईडी को “Primary Key” भी कहा जाता है, जिसमें ID, सीरियल नंबर, नाम आदि शामिल होते हैं। Primary Key को किसी अन्य टेबल के रिकॉर्ड में भी शामिल किया जा सकता है, जो टेबल मुख्य टेबल से संबंध रखती है।
Primary Key को जब किसी अन्य तालिका के रिकॉर्ड में जोड़ा जाता है, तो उस Key को “Foreign Key” (विदेशी कुंजी) कहा जाता है। Primary और Foreign Key के बीच संबंध कई टेबल्स में डेटाबेस के बीच संबंध बनता है।
उदाहरण के लिए हमारे पास दो टेबल (Attendance और Mark sheet Table) हैं, और दोनों टेबल में रोल नंबर समान है, लेकिन प्रत्येक विद्यार्थी के लिए अलग-अलग है। अब अगर आप किसी भी विद्यार्थी का रोल नंबर (Key) सर्च करते है तो आपको विद्यार्थी का Attendance Record और Mark Sheet Record दोनों ही मिल जाएगा।
रिलेशनल डेटाबेस (RDBMS) की विशेषताएं
रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) काफी उन्नत तकनीक है, जिससे कोई भी उपयोगकर्ता संरचित क्वेरी भाषा का उपयोग करके एक ही समय में बड़े डेटा को स्टोर, व्यवस्थि और मैनेज कर सकता है। तो चलिए मैं आपको RDBMS की विशेषताओं के बारे में बताता हूं।
- RDBMS टेबल में स्टोर डेटा को मैनेज और एक्सेस करना आसान होता है।
- RDBMS में स्टोर सभी डेटा टेबल यानी Row और Column के रूप में होता है।
- यह Indexed File के डेटा की Tabular Structure प्रदान करता है।
- इसमें Multi-User एक्सेस को एक यूजर भी आसानी से मैनेज कर सकता है।
- इससे तुरंत नए रिलेशनल डेटाबेस बना सकते है और उसे आसानी से एडिट भी कर सकते है।
- इसमें आप Sensitive Data को स्टोर करने के लिए एक Virtual Table बना सकते है।
- आजकल का RDBMS काफी एडवांस है, जो कई ऑपरेटिंग सिस्टम के साथ आसानी से काम कर लेता है।
- RDBMS से Multi-Level Security के साथ डेटा को सुरक्षित किया जा सकता है.
- आरडीबीएमएस Administrators को पूर्ण नियंत्रण देता है, जिससे वह तय कर सकता है कि उन्हे कौन एक्सेस कर सकता है।
उपरोक्त कारणों की वजह से ही रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) काफी ज्यादा लोकप्रिय हैं।
रिलेशनल डेटाबेस (RDBMS) के फायदे और नुकसान
रिलेशनल डेटाबेस (RDBMS) के फायदे और नुकसान निम्नलिखित हैं-
रिलेशनल डेटाबेस (RDBMS) के फायदे | रिलेशनल डेटाबेस (RDBMS) के नुकसान |
रिलेशनल डेटाबेस की वजह से जटिल Queries को भी आसानी से हल कर सकते है। | RDBMS को मैनेज करने और इंस्टॉल करने की लागत अधिक होती है। |
RDBMS की मदद से डेटा को सुरक्षित और शुद्ध रखा जा सकता है। | इसमें काम करते वक्त अगर कोई डेटा गलती से डिलीट हो जाता है तो उसे Recover करना काफी मुश्किल है। |
इससे काम को जल्दी और आसानी से कर सकते है। | इसके टेबल में Field में Character की लिमिट निश्चित होती है, अत: आप तय सीमा से ज्यादा नही लिख सकते है। |
रिलेशनल डेटाबेस में किसी भी विवरण को जोड़ना, संशोधित करना या हटाना आसान होता है। | टेबल ज्यादा लंबी होने पर प्रश्नों का जवाब धीमा मिलता है। |
RDBMS का डेटा टेबल के रूप में स्टोर किया जाता है, जिसे समझना और उपयोग करना आसान होता है। | रिलेशनल डेटाबेस को काफी मात्रा में भौतिक मेमोरी की आवश्यकता होती है। |
यह एक Standard Language SQL को सपोर्ट करता है जिसका Syntax काफी आसान है। | |
इसमें डेटा को सुरक्षित रखने के लिए कई Extra Security Layers मिलती है। |
RDBMS के उपयोग (Uses of RDBMS in Hindi)
RDBMS का मुख्यत: उपयोग विभिन्न स्थानों पर डेटा को सुरक्षित करने के लिए किया जाता है. इसके अलावा भी इसके कुछ प्रमुख उपयोग हैं-
- कंपनियों में RDBMS की मदद से कर्मचारियों की पूरी जानकारी रखी जा सकती है, जैसे- हाजरी, वेतन, पता, मोबाइल नंबर, एड्रेस आदि.
- इसका इस्तेमाल लाइब्रेरी में किताबों का रिकॉर्ड रखने के लिए किया जा सकता है।
- इसकी मदद से स्कूल और कॉलेज में विद्यार्थियों का रिकॉर्ड रखा जा सकता है।
- बैंकिंग सेक्टर में हर दिन के हजारों लेन-देन को आरडीबीएमएस में मैनेज किया जा सकता है।
- इससे रेलवे में टिकट बुकिंग, ट्रेन का आगमन-प्रस्थान आदि के लिए RDBMS इस्तेमाल होता है।
- ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट भी अपने प्रोडक्ट और ग्राहको का रिकॉर्ड RDBMS की मदद से ही मैनेज करती है।
इसके अलावा RDBMS के बहुत सारे उपयोग हैं।
रिलेशनल और नॉन-रिलेशनल डेटाबेस में अंतर
रिलेशनल डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (RDBMS) और नॉन-रिलेशनल डेटाबेस यानी डेटाबेस मैनेजमेंट सिस्टम (DBMS) के बीच निम्नलिखित अंतर हैं-
रिलेशनल डेटाबेस (RDBMS) | नॉन-रिलेशनल डेटाबेस (DBMS) |
इसमें एक ही समय में Multiple Users एक साथ काम कर सकते है। | DBMS में एक समय में केवल एक यूजर ही काम कर सकता है। |
RDBMS एक Structured Type Database होता है। | यह Unstructured Type Database होता है। |
इसमें डेटा को टेबल के रूप में स्टोर किया जाता है। | जबकि इसमें डेटा को फाइल के रूप में स्टोर किया जाता है। |
RDBMS एक प्रकार की SQL Query Language है। | DBMS SQL और अन्य है। |
इसे Use करने के लिए अधिक सॉफ्टवेयर और हार्डवेयर की जरूरत होती है। | इसमें ज्यादा सॉफ्टवेयर या हार्डवेयर की जरूरत नही होती है। |
यह छोटी और बड़ी मात्रा में डेटा को मैनेज कर सकता है। | इसमें केवल छोटी मात्रा में डेटा को मैनेज किया जा सकता है। |
इसका डेटा ACID (Atomicity, Consistency, Isolation And Durability) मॉडल में स्टोर होता है। | जबकि इसमें नही होता है। |
RDBMS का डेटा Format Tabular होता है। | जबकि इसका Hierarchical डेटा फॉर्मेट होता है। |
उदाहरण : Oracle, MySQL, PostgreSQL etc. | उदाहरण : MongoDB, Dynamo DB, Redis Non-Relational etc. |
निष्कर्ष
RDBMS, जिसका मतलब Relation Database Management System होता है, यह एक प्रोग्राम या सॉफ्टवेयर है जिससे Relation Database को Create, अपडेट, डिलीट या Retrieve किया जा सकता है। RDBMS की मदद से रिलेशनल डेटाबेस को टेबल के रूप में स्टोर किया जाता है।
इस आर्टिकल में, मैने बताया कि RDBMS क्या होता है (What is RDBMS in Hindi), यह कैसे काम करता है, इसकी विशेषताएं क्या हैं, और इसके फायदे व नुकसान क्या है इत्यादि। अंत मे आप सभी से यही कहना चाहते है की आपको आज के इस RDBMS से संबंधित इस आर्टिकल को पढ़कर कैसा लगा Comment मे लिखना न भूले और इस आर्टिकल को Twitter, Facebook इत्यादि पर अवश्य साझा करे।