बहुत सारे नए Programmers इस बात को लेकर परेशान रहते हैं की डेटा स्ट्रक्चर क्या है (What is Data Structure in Hindi) क्योंकि यह Programming का एक बेहद प्रसिद्ध Concept जिसके बारे मे नए Programmers को पता नहीं होता हैं, अगर आप भी उन्ही मे से एक हैं तो आपके लिए आज का यह पोस्ट बहुत ही महत्वपूर्ण हैं।
आईटी यानी इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी इस Field मे हर कोई जाना चाहता हैं क्योंकि इस Field की अहमियत आने वाले आने वाले समय मे बहुत ही अधिक हैं, और वर्तमान मे भी इस Field की अहमियत बाकी Field से कई अधिक हैं।
लेकिन इसमे जाने के लिए आपको प्रोग्रामिंग सीखना पड़ेगा और प्रोग्रामिंग के Concepts जैसे Array, Data Structure इत्यादि के बारे मेे in depth जानकारी लेनी पड़ेगी, इसीलिए आज हम इस पोस्ट के माध्यम से डेटा स्ट्रक्चर के बारे मे In depth जानकारी आपके साथ साझा करने की कोशिश की हैं।
डेटा स्ट्रक्चर आईटी के Field मे जरूरी इसीलिए होता हैं क्योंकि आज के समय मे लगभग हर एक सॉफ्टवेयर डेटा स्ट्रक्चर का उपयोग करता हैं, इसके अलावा अलग अलग प्रकार के Industry मे भी इसका उपयोग किया जाता हैं।
इस लेख के माध्यम से हम डेटा स्ट्रक्चर से संबंधित समस्त जानकारी जैसे डेटा स्ट्रक्चर क्या है, डेटा स्ट्रक्चर कितने प्रकार के होते है, डेटा स्ट्रक्चर किसे कहते है, डेटा स्ट्रक्चर के कार्य इत्यादि जानने वाले हैं, तो चलिए कुछ नया जानते हैं और डेटा स्ट्रक्चर के बारे मे सीखते हैं।
डेटा स्ट्रक्चर क्या है – What is data structure in hindi
डेटा स्ट्रक्चर एक प्रकार का प्रोग्रामिंग का ऐसा Concept हैं जिसके तहत डेटा के Collections को Organized form मे रखा जाता हैं इसे आसान भाषा मे समझे तो किसी भी प्रकार के डेटा के Collection को एक Particular Format मे रखना ही डेटा स्ट्रक्चर कहलाता है मतलब डेटा स्ट्रक्चर मे Multiple डेटा एक Organized form मे होता हैं।
डेटा स्ट्रक्चर एक ऐसा तकनीक या विधि हैं जिससे यह पता लगाया जाता हैं की कैसे डेटा एक दूसरे से गणितीय रूप मे या फिर एक तर्क मे हैं, डेटा स्ट्रक्चर के तहत प्रोग्राम का क्षमता बढ़ता हैं और Storage की आवश्यकता कम होती हैं। अगर हम एक लाइन के अंदर मे डेटा स्ट्रक्चर को Describe करे तो डेटा स्ट्रक्चर एक प्रकार के Multiple डेटा का Organized Structure हैं।
डेटा स्ट्रक्चर को बारीकी से समझने के लिए आपको सबसे पहले डेटा और स्ट्रक्चर को समझना जरूरी हैं तो आपको बता दे की कुछ भी जिससे हमें जानकारी प्राप्त होती हैं उसे हम डेटा कहते हैं जैसे – छात्रों के नाम इत्यादि। उसके बाद डेटा को Represent करना ही स्ट्रक्चर कहलाता हैं – ग्राफ, लिस्ट इत्यादि यह एक स्ट्रक्चर होते हैं।
अब जब डेटा और स्ट्रक्चर दोनों Combine हो जाते हैं तब उसे डेटा स्ट्रक्चर कहते है। डेटा स्ट्रक्चर के इस्तेमाल से Multiple डेटा एक Organized form स्टोर हो जाते हैं जिससे हमें जब किसी भी डेटा की जरूरत होती हैं तब हम उसे आसानी से ढूंढ कर Access सकते हैं।
स्ट्रक्चर डेटा कितने प्रकार के होते है (Types Of data structure)
अगर हम डेटा स्ट्रक्चर के Types की बात करे तो डेटा स्ट्रक्चर दो प्रकार के होते है जो की निम्नलिखित हैं –
1. Primitive data Structure
यह ऐसे data Structure होते हैं जिनकी Definition पहले से System मे Define होती हैं, जिन्हे Machines Direct उपयोग मे लाते हैं, इसके कुल तीन प्रकार होते हैं जैसे –
- Integer : जैसे 1,2,3 इत्यादि
- Float : जैसे 1.0, 2.3 इत्यादि
- Character : जैसे A, B, C इत्यादि
2. Non Primitive data Structure
यह ऐसे Data Structure होते हैं जो अलग अलग प्रकार के डेटा को स्टोर करते हैं, यह एक प्रकार का collection होता हैं एक ही प्रकार या अलग प्रकार के Primitive data Structure का। इसके भी अलग अलग प्रकार होते हैं जैसे –
(i) Linear Data Structure : इसके अंतर्गत Array, Queue, Stack, Linked list जैसे Data types आते हैं।
(ii) Non Linear Data Structure : इसके अंतर्गत Trees, Graphs जैसे Data types आते हैं।
डेटा स्ट्रक्चर के कार्य – Operations Of Data structure in Hindi
डेटा स्ट्रक्चर का उपयोग मुख्यतः डेटा को एक व्यवस्थित रूप से स्टोर करने के लिए किया जाता हैं लेकिन इसके अलग अलग प्रकार के कार्य होते हैं जो निम्नलिखित हैं –
Sorting. हम डेटा स्ट्रक्चर के Elements को Ascending और Descending ऑर्डर मे आसानी से sort कर सकते हैं।
Searching. डेटा स्ट्रक्चर मे हम कोई भी Element को हम आसानी से सर्च कर सकते हैं।
Insertion. डेटा स्ट्रक्चर मे हम किसी भी नए Element को Insert कर सकते हैं।
Updation. डेटा स्ट्रक्चर मे हम किसी भी Element को अपडेट कर सकते हैं, मतलब किसी Element को अन्य Element से अपडेट कर सकते हैं।
Deletion. डेटा स्ट्रक्चर मे हम किसी भी Element को हम Delete कर सकते हैं।
डेटा स्ट्रक्चर के विशेषताएं (Features)
अगर हम डेटा स्ट्रक्चर के विशेषताएं के बारे मे बात करे तो इसके विभिन्न प्रकार के विशेषताएं मौजूद हैं जिनमे से मुख्य निम्नलिखित हैं –
- डेटा स्ट्रक्चर मे errors होने के बहुत ही कम संभावनाएं होती हैं यानी डेटा बहुत Accuracy से स्टोर होते हैं।
- डेटा स्ट्रक्चर मे समय का बचत होता हैं यानी की डेटा स्ट्रक्चर कम समय मे अधिक डेटा का कार्य करवा देता हैं।
- डेटा स्ट्रक्चर मे कम से कम Storage का उपयोग होता हैं यानी यह डेटा को बहुत कम Storage मे ही Manage कर देता हैं।
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डेटा स्ट्रक्चर के उदाहरण (Example’s)
डेटा स्ट्रक्चर के अनेक उदाहरण मौजूद हैं जिनमे से हमने कुछ डेटा स्ट्रक्चर के उदाहरण नीचे दिए हैं –
1. Array
यह एक प्रकार का Derived डेटा टाइप होता हैं जो की Primitive डेटा टाइप से बना हैं इसका उपयोग डेटा को एक Particular Structure मे स्टोर करने के लिए किया जाता हैं।
2. Linked List
यह एक प्रकार का Linear डेटा स्ट्रक्चर हैं जो की कंप्युटर मेमोरी मे Sequentially स्टोर नहीं होता हैं लेकिन डेटा Address के जरिए लिंक रहता हैं जिसे Fetch करने पर आसानी से डेटा Sequentially Order मे हमें Receive होता हैं।
3. Stack
यह एक प्रकार डेटा का Collection होता हैं इसमे Insertion और Deletion Stack के टॉप मे होता हैं। इसमे एक नए Item को add करने के लिए Push Operation और Item को Delete करने के लिए Pop operation का उपयोग किया जाता हैं। इसे Array और Linked list से Represent करते हैं।
4. Queue
यह एक प्रकार का Data Item का Collection होता हैं जिसमे की Insertion और Deletion दोनों Opposite होते हैं, मतलब Deletion Front से किया जाता हैं और Insertion Rear से किया जाता हैं।
डेटा स्ट्रक्चर के फायदे – Advantages of Data Structure in Hindi
अगर हम देखे तो वाकई मे डेटा स्ट्रक्चर के अनेक फायदे हैं जो की निम्नलिखित हैं –
- डेटा स्ट्रक्चर मे डेटा को बड़ी आसानी से कभी भी और कहीं पर भी Access कर सकते हैं।
- डेटा स्ट्रक्चर के माध्यम से डेटा को आसानी से Processing कर सकते हैं।
- यह एक डेटा को स्टोर करने का बेहद सुरक्षित तरीका हैं।
- डेटा स्ट्रक्चर किसी भी डेटा को Disk मे बड़ी आसानी से स्टोर कर सकते हैं।
- डेटा स्ट्रक्चर एक अच्छा Algorithm को डिजाइन करने के लिए उपयोगी माना जाता हैं।
डेटा स्ट्रक्चर के नुकसान – Disadvantage’s of Data Structure in Hindi
डेटा स्ट्रक्चर फायदे होने के साथ इसके कुछ नुकसान भी हैं जो की निम्नलिखित हैं –
- इसे संभालना आसान नहीं होता। डेटा स्ट्रक्चर को संभालने के लिए हमें एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत पड़ती हैं जो डेटा स्ट्रक्चर मे विशेषज्ञ हो।
- डेटा स्ट्रक्चर के डिजाइन मे जब कोई समस्या होती हैं तो उसे सिर्फ डेटा स्ट्रक्चर विशेषज्ञ ही समाधान कर सकते हैं।
- एक प्रकार के डेटा स्ट्रक्चर को दूसरे प्रकार के डेटा स्ट्रक्चर मे बदल नहीं सकते हैं जैसे Array को अगर हम Tree डेटा स्ट्रक्चर मे बदलना चाहते हैं तो उसे हम नहीं बदल सकते हैं।
निष्कर्ष
अब उम्मीद हैं की आपने इस लेख को पढ़ने के बाद आपको डेटा स्ट्रक्चर के बारे मे बहुत कुछ नया सीखने को मिला होगा और आपने डेटा स्ट्रक्चर क्या है? इस बारे मे विस्तार से जानकारी प्राप्त कर ली होगी, अगर आपके मन मे अभी भी डेटा स्ट्रक्चर और इंटरनेट, सोशल मीडिया से संबंधित कोई भी सवाल हैं तो उसे नीचे Comment मे लिखना ना भूले।
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