रोज कुछ न कुछ सवाल आते रहता हैं और उसी तरह CSS क्या है? यह आज का सवाल हैं अगर आपके भी मन मे यह सवाल हैं की CSS क्या हैं? और कैसे सीखे तो आपको इस लेख को अवश्य विस्तार से पढ़ना चाहिए क्योंकि इस लेख के माध्यम से हम सम्पूर्ण जानकारी के साथ CSS क्या होता हैं और इसे कैसे सीखे इस पर विस्तारपूर्ण चर्चा करने वाले हैं।
टेक्नोलॉजी एक ऐसा क्षेत्र हैं जिसमे रोजाना नए नए Invention होते रहते हैं जिसकी वजह से हमारा जीवन दिन ब दिन और विकसित होता जा रहा हैं आज तक का सबसे बड़ा Invention कंप्युटर को कह सकते हैं क्योंकि आप माने या न माने लेकीन यह सत्य हैं की कंप्युटर के वजह से ही वर्तमान की दुनिया इतनी विकसित हो पाई हैं।
जब कंप्युटर की बात आ ही गई हैं तो यह भी बता दे की कंप्युटर से Interact करने के लिए हमें हमें कंप्युटर की भाषा जैसे HTML, Python, Java, PHP इत्यादि आनी चाहिए, इन्ही भाषाओ को हम “Programming Language” के नाम से भी जानते हैं. इन्ही भाषाओ की मदद से ही कंप्युटर से interact किया जाता हैं. HTML, Python, Java, PHP की तरह ही CSS भी एक प्रोग्रामिंग भाषा हैं।
मतलब की एक तरह से कहे तो CSS की मदद से हम कंप्युटर से Interact कर सकते हैं, लेकिन आपको यह बता दे की सभी प्रकार की अलग अलग प्रोग्रामिंग भाषाओ से कंप्युटर से अलग कार्य करवाने के लिए interact किया जाता हैं यानी की सभी प्रोग्रामिंग भाषाओ का काम अलग अलग होता हैं, इसी तरह CSS का काम भी अलग हैं जो इस लेख के माध्यम से जानने वाले हैं।
सीएसएस क्या है – What is CSS in Hindi
अगर आप यह सोच रहे हैं की “CSS Kya Hai” तो आपको यह बता दे की CSS “Cascading Style Sheets” प्रोग्रामिंग लैंग्वेज हैं, जिसके माध्यम से वेबसाइट को रंग रूप प्रदान किया जाता हैं और वेबसाइट को आकर्षक बनाया जाता हैं. इसे HTML के साथ Embed कर के उपयोग मे लाया जाता हैं।
Web Development को इतना विकसित करने के पीछे CSS का बहुत ही बड़ा योगदान रहा हैं क्योंकि CSS के बिना हम Website को User Friendly, stylish बनाना लगभग नामुमकिन हैं, CSS के माध्यम से ही Websites मे Visual Elements जैसे Color, Margin, Font style, Border इत्यादि चीजे दिया जाता हैं।
CSS लैंग्वेज के मदद से ही websites के Layout के Positions, Colors, Style इत्यादि Decide होते हैं व CSS को इस्तेमाल करने के लिए हमें HTML की आवश्यकता पड़ती हैं HTML website का Structure बनाता हैं और CSS उस Structure को रंग रूप देकर आकर्षक बनाता हैं जिससे Website User Friendly, stylish दिखती हैं।
एक website को को अच्छी तरह से बनाने के पीछे जितना HTML प्रोग्रामिंग भाषा का योगदान होता हैं कुछ उसी तरह Website को design करने के पीछे CSS प्रोग्रामिंग भाषा योगदान होता हैं, आज के समय मे लगभग हर एक websites जो आपको इंटरनेट पर दिखाई देता हैं वह सभी Websites CSS प्रोग्रामिंग भाषा के द्वारा ही Designing किया गया हैं।
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CSS के प्रकार – Types of CSS in Hindi
अगर आप यह सोच रहे हैं की आखिर “CSS कितने प्रकार के होते है” तो आपको यह बता दे की CSS कुल तीन प्रकार के हैं यानी की CSS को तीन भागों मे बाटा गया हैं जो की नीचे दिए गए हैं।
1. इनलाइन सीएसएस (Inline CSS)
किसी भी प्रकार के HTML element को configure करने के लिए Infline CSS का उपयोग किया जाता हैं, साथ मे अगर हम किसी भी प्रकार के element को बदलना चाहते हैं तो Infline CSS की मदद से उस Element को बदल सकते हैं इससे कोई भी अन्य Element पर कोई भी प्रभाव नहीं पड़ेगा।
अगर हम Infline CSS एक लाइन के अंदर समझे तो इसे कह सकते हैं की “Tag के अंदर CSS का उपयोग करना” होता हैं।
2. आंतरिक सीएसएस (Internal CSS)
इस CSS को imbedded CSS के नाम से भी जानते हैं इसका उपयोग page के ऊपर किया जाता हैं साथ मे Internal style sheet को Style element के अंदर रखा जाता हैं, व इस तरह के style sheet मे जो नियम लागू होता हैं वह web page के सभी Element मे लागू होता हैं. Style element मे Type attribute यह specify करता हैं की की दस्तावेज की तरह के style मे जोड़ा जायेगा।
अगर हम Internal CSS को एक लाइन के अंदर समझे तो “के अंदर CSS का उपयोग करना” होता हैं।
3. बाहरी सीएसएस (External CSS)
यह CSS का सबसे दिलचस्प और Stylish Sheet होता हैं, इसमे हम एक Separate फाइल मे CSS कोडिंग करके उसे “.css” extension लगाकर save कर देते हैं. जब हम Link फाइल के माध्यम से CSS फाइल को हम HTML फाइल से जोड़ते हैं तो पूरी HTML फाइल पर इस CSS का असर पड़ता हैं।
अगर हम External CSS को एक लाइन मे समझे तो इसका मतलब “एक अलग से CSS की फाइल बनाना और उसे HTML dacument मे लिंक करना” होता हैं।
तो अब आपने CSS के इन तीनों भागों के बारे मे जान लिया होगा।
CSS का इतिहास (History)
CSS को पहली बार बनाने का प्रस्ताव 10 अक्टूबर 1994 को Håkon Wium Lie ने रखा था जिसके बाद सभी प्रयासों के बाद 1996 मे CSS बनकर तैयार हुआ फिर उसके तत्पश्चात CSS के द्वितीय Version CSS 2.0 को 1997 मे Release किया गया, फिर उसके बाद प्रोग्राममर्स Programmers ने CSS 3.0 पर काम करना शुरू किया।
लेकिन कुछ Internet explorer मे CSS 3.0 Modules सही से काम न करने की वजह से कुछ समय के लिए CSS 3.0 पर काम करना बंद कर दिया और फिर CSS 2.1 पर काम शुरू किया गया और CSS 2.1 को Release किया गया. यह सब होने के बाद जब मार्केट मे नए प्रकार के Browsers जैसे Firefox, Opera इत्यादि जब जाकर 7 Jun 2011 को CSS 3.0 Color module को Release किया गया।
अभी जो वर्तमान का CSS का Latest Version हैं वह CSS 4.15 हैं जिसे दिसंबर 2020 मे Release किया गया था।
CSS की विशेषताएं – Features of CSS
वैसे तो CSS के features के बारे मे देखे तो CSS के विभिन्न प्रकार के विशेषताएं इसमे से सबसे बड़ा Feature यह हैं की इससे हम Website को आकर्षक बना सकते हैं लेकिन इसके अलावा CSS प्रोग्रामिंग भाषा के वाकई मे बहुत सारे Features मौजूद हैं जो की नीचे दिए गए हैं।
1. समय बचाता है
आपकों यह बता दे की CSS समय बकहने मे सहायक हैं क्योंकि माँ लीजिए आपने एक बार कोड को CSS मे लिख लिया हैं तो आप उस कोड को बड़ी आसानी के साथ HTML Element मे अलग लग Group मे लागू कर सकता हैं और web pages कोड को उपयोग मे ला सकते हैं बार बार कोड लिखने की आवश्यकता नहीं पड़ती हैं जिससे समय की बचत होती हैं।
2. Web page के load को कम करता है
CSS एक ऐसा प्रोग्रामिंग भाषा हैं जिसमे Web page को design करने के लिए बहुत ही कम कोडिंग करने की आवश्यकता होती हैं, जिससे Web page मे कम कोडिंग होने की वजह से Web page जल्दी load होता हैं।
3. Maintain करने मे आसान
CSS को आसानी से Mainten कर सकते हैं क्योंकि CSS कोड के एक लाइन को बदल देने से पूरे website पर effect पड़ता हैं।
4. Bandwidth को कम करता है
अगर आप page की table की जगह CSS का उपयोग करते हैं तो फाइल का size लगभग 50 प्रतिशत तक कम हो जाएगा, जिससे bandwidth कम हो जाता हैं इसलिए यह bandwidth को कम करने मे सहायक हैं।
5. Website के अनुसार काम करता है
CSS एक ऐसा प्रोग्रामिंग भाषा हैं जो Website के अनुसार काम करता हैं, यानी की जिस तरह की वेबसाइट हैं CSS भी उसी के According Work करेगा, जो की वाकई मे सहायक होता हैं।
6. Customize करना आसान है
CSS HTML और Javascript के साथ उपयोग मे लाया जाता हैं जिसकी वजह से इसके Codes को लिखना आसान हैं वह इसके syntax इतने Complex नहीं हैं जिसकी वजह से इसे Custmize करना आसान हैं।
CSS के Syntax (Syntx of CSS)
p {
color : blue;
}
P वाला Part को selector कहा जाता हैं यानी की P एक selector हैं, selector से यह निर्धारित होता हैं की HTML के कौन से Element को style करना हैं। (P का मतलब Pragraph हैं इसे tag कहा जाता हैं)
{ यह एक ओपन tag हैं जिसे हमें selector के बाद लगाना होता हैं।
अब जहां पर Color लिखा हुआ हैं यह एक प्रकार का Property हैं Property का मतलब हैं की Element को किस तरह दिखाना हैं जैसे Property Color दिया गया हैं तो इसका मतलब Element रंगीन होगा।
नोट : selector के नीचे Property दिया जाता हैं।
अब हमें property के बाद property का value देना होता हैं, लेकिन उससे पहले Colon का उपयोग किया जाता हैं, आप चाहे तो value, background इत्यादि भी डाल सकते हैं और हर एक property और value डालने के बाद हमें semicolon का उपयोग करना होता हैं।
अब हमें नीचे paragraph मे close tag का उपयोग करना होता हैं इसके लिए हमें } इसका उपयोग करते हैं।
CSS कैसे सीखे?
CSS के बारे मे जानने के बाद अगर आपके भी मन मे CSS कैसे सीखे ? यह सवाल आ रहा हैं तो आपको यह बता दे की वर्तमान मे CSS को सीखने के बहुत सारे तरीके हैं जिनकी मदद से CSS प्रोग्रामिंग भाषा को सिख सकते है जो नीचे दिए गए हैं।
1. यूट्यूब को तो आप सभी लोग जानते ही होंगे क्योंकि यूट्यूब आज के समय का सबसे बड़ा वीडियो shareing प्लेटफॉर्म उभरकर आया हैं, अगर आप CSS Programming langauge को सीखना चाहते हैं तो आप यूट्यूब की मदद से सिख सकते हैं क्योंकि यूट्यूब पर ऐसे ढेरों PHP Tutorial वीडियोज उपलब्ध हैं जिनकी मदद से आप PHP सिख सकते हैं।
2. यह कहने मे मुझे जरा भी दिक्कत नहीं हैं की आज के समय मे इंटरनेट सबसे बड़ा Knowledge का सोर्स हैं. क्योंकि इंटरनेट पर लगभग हर प्रकार की जानकारी वर्तमान मे उपलब्ध हैं, अगर आप CSS को सीखना चाहते हैं तो आप इंटरनेट का इस्तेमाल कर सकते यहाँ पर आपको PHP से संबंधित Basic से advance तक की सारी जानकारी मिल जाएगा।
3. जिस तरह इंटरनेट आज के समय मे Knowledge का एक बड़ा सोर्स हैं कुछ उसी तरह Books वास्तव मे हमें बहुत कुछ सिखा देती हैं, अगर आप CSS Programming langauge को सीखना चाहते हैं तो इसके लिए आप CSS से संबंधित Books को खरीद सकते हैं. Books मे आपको Basic से लेकर Advance तक की सभी जानकारी मिल जाएगी।
CSS Programming language को सीखने के कुछ Tips
अगर आप CSS को सीखना चाहते है तो इसके लिए हमने नीचे कुछ Tips दिए है जिनको आप फॉलो करके जल्दी सिख सकते है –
1. Basic को सीखिए
जब हम पूरी तरह Programming मे नए होते हैं तब हमें Basics पर ध्यान देना चाहिए. इससे मे हमें जल्दी सीखने मे बहुत मदद मिलती हैं इसी तरह अगर आप CSS को सीखना चाहते हैं तो आप CSS के basics पर Focus कीजिए यानी की CSS कैसे काम करता हैं इस पर ध्यान दीजिए और इसी तरह CSS को सीखते जाइए।
2. Syntax को समझिए
किसी भी Programming langauge को सीखने के लिए उसके Syntax को समझना बेहद जरूरी हैं क्योंकि जिस प्रकार अंग्रेजी मे Grammer होता हैं कुछ उसी तरह Programming langauge मे Syntax होता हैं उसी के base पर Programming langauge काम करता हैं इसे कई प्रोग्रामिंग भाषाओ मे Tag के नाम से भी जानते हैं।
3. Fundamentals पर ध्यान दीजिए
जिस प्रकार किसी भी काम को करने व सीखने के लिए उसके Fundamentalas पर ध्यान देना बेहद जरूरी होता हैं कुछ उसी प्रकार programming मे हमें उसके Fundamentalas पर ध्यान देना आवश्यक होता हैं क्योंकि इसी के आधार पर programmes बनते हैं, इसीलिए अगर आप CSS को जल्दी सीखना चाहते हैं तो Fundamentalas पट ध्यान दीजिए।
4. छोटे प्रोजेक्ट बनाइये
किसी भी काम को करने के लिए हमें शुरुआती समय मे छोटे छोटे कदम उठाने की आवश्यकता पड़ती हैं इसी तरह अगर आप CSS को जल्दी सीखना चाहते हैं तो इसके लिए हमे शुरुआती समय मे छोटे छोटे प्रोजेक्ट बनाने चाहिए और बाद मे धीरे धीरे उसे Complex करते जाना चाहिए।
5. रोजाना प्रैक्टिस कीजिए
किसी भी कम मे Expert बनने के लिए हमें सबसे ज्यादा जिस चीज की जरूरत पड़ती हैं वह प्रैक्टिस हैं क्योंकि किसी भी काम मे हम सिर्फ प्रैक्टिस के जरिए Expert बन सकते हैं इसी तरह अगर आप CSS को सीखना चाहते हैं तो कम से कम पूरे ध्यान के साथ रोजाना 1 से 2 घंटे प्रैक्टिस कीजिए।
6. Errors पर नहीं Solutions पर ध्यान दीजिए
आपको बता दे की अगर आप Programming सिख रहे हैं तो ऐसा नहीं हो सकता की आपके सामने किसी भी प्रकार का error नहीं आएगा, error अवश्य आएगा लेकिन अगर हमको CSS को सीखना हैं तो उसके लिए हमें उस Error को solve करना पड़ेगा। इसीलिए Errors पर नहीं Solutions पर ध्यान दीजिए।
FAQ’s – What is CSS in hindi
CSS का पूरा नाम “Cascading Style Sheets” हैं।
CSS के जनक Håkon Wium Lie हैं।
17 December 1996 के प्रथम Version को Release किया गया था।
निष्कर्ष
अब हमने आपके साथ CSS से संबंधित जानकारी को विस्तार से इस लेख के माध्यम से साझा कर दिया है अब अंत मे उम्मीद हैं की इस लेख को पढ़कर आपने विस्तार से यह जान लिया होगा की सीएसएस क्या है (What is CSS in Hindi) और आपको CSS कैसे सीखे? इस सवाल जवाब मिल गया होगा। अगर आपके मन मे वाकई मे इंटरनेट को लेकर को Curious सवाल हैं तो नीचे कमेन्ट मे पूछिए।
इस लेख के माध्यम से दी गई जानकारी आपको कैसा लगा यह भी बताइए एर इस लेख को Social Platform जैसे Twitter, Facebook पर भी शेयर कीजिए।