नमस्ते दोस्तों, अगर आप इंटरनेट और मोबाइल फोन का उपयोग करते है तब आपने कभी न कभी साइन इन एवं लॉगिन अवश्य किया होगा क्योंकि इंटरनेट पर काफी सारे ऐसी वेबसाइट्स है जिनको Access करने के लिए हमें उसमे लॉगिन या साइन इन करना पड़ता है लेकिन अधिकतर ऐसे लोग है जिन्हे कई सारी वेबसाइट पर लॉगिन या साइन किया हुआ है लेकिन उन्हे साइन इन और लॉगिन क्या है? इस विषय मे कोई जानकारी नहीं है।
इंटरनेट की दुनिया मे साइन इन और लॉगिन दोनों ही काफी महत्वपूर्ण Terms है जिसके बारे मे बहुत ही कम लोगों को पता है, आज के समय मे उपलब्ध लगभग सभी ई कॉमर्स वेबसाइट मे हमें या तो साइन इन या फिर लॉगिन करने की आवश्यकता पड़ती है जिसके बाद ही हम उन ई कॉमर्स वेबसाइट के सेवाओ का लाभ उठाया सकते है।
कुछ वेबसाइट ऐसे होते है जिन्हे Access करने के लिए हमें साइन इन करना पड़ता है और कुछ वेबसाइट्स ऐसे भी है जिनको Access करने के लिए हमें लॉगिन करना पड़ता है। यह सवाल भी आपके मन मे अवश्य आया होगा की साइन इन और लॉगिन मे क्या अंतर है? तो आपको बता दे की लॉगिन और साइन दोनों का प्रोसेस लगभग एक जैसा ही होता है लेकिन दोनों मे काफी अंतर है।
जिसके बारे मे मैं आप सभी को विस्तार से इस आर्टिकल के माध्यम से बताने की कोशिश करूंगा, तो चलिए जानते है Sign in And Login Meaning in Hindi के बारे मे और कुछ नया सीखते है।
साइन इन और लॉगिन क्या है?
साइन इन और लॉगिन यह दोनों यूजर के पहचान को सत्यापित करने की एक प्रक्रिया है जिसके तहत वेबसाइट, सॉफ्टवेयर या सिस्टम यूजर के पहचान को सत्यापित करने के लिए उन्हे उनके Registered अकाउंट का यूजर आइडी और पासवर्ड मांगा जाता है और उनके द्वारा दर्ज किया गया यूजर आइडी और पासवर्ड वेबसाइट, सॉफ्टवेयर या सिस्टम के डेटाबेस मे स्टोर जानकारी से Match किया जाता है।
और जब सफल रूप से उनके द्वारा दर्ज किया गया यूजर आइडी आर पासवर्ड उनके डेटाबेस मे स्टोर जानकारी से Match हो जाता है तब वे सिस्टम, सॉफ्टवेयर या वेबसाइट यूजर का पहचान सत्यापित कर लेती है और यूजर को उस सिस्टम, सॉफ्टवेयर या वेबसाइट मे Registered उनके अकाउंट का Access प्रदान कर देती है।
अगर हम इसे आसान भाषा मे समझे तो यह उपयोगकर्ता के पहचान को सत्यापित करने का Process है जिसके जरिए यूजर जिसने पहले ही किसी सिस्टम मे रजिस्टर कर रखा है या अकाउंट बना लिया है उस सिस्टम मे रजिस्टर अकाउंट को दोबारा Access करने के लिए यूजर को अपना लॉगिन आइडी और पासवर्ड दर्ज करके लॉगिन या साइन इन करना पड़ता है, जिसके बाद यूजर को उस सिस्टम पर मौजूद उसके अकाउंट का Access दे दिया जाता है।
साइन इन और लॉगिन का मतलब क्या होता है?
साइन इन भी एक तरह का लॉगिन होता है लेकिन हम ये पहले ही बता दे की दोनों मे फर्क होता है जिसके बारे आगे चर्चा करेंगे तो फिलहाल हम साइन इन और लॉगिन का मतलब क्या होता है? इस पर बात करते है तो आपको बता दे की साइन इन और लॉगिन की प्रक्रिया की हम एक आसान उदाहरण से समझते है,
मान लीजिए की अपने एक घर खरीद और उसे आपने अपने नाम से रजिस्टर किया जहां पर आपने अपने समस्त चीजों को सेटअप कर लिया अब आप किसी कार्य से अपने घर से बाहर जाने वाले है तब घर को सुरक्षित रखने के लिए आपको घर मे एक ताला लगाना होगा, अब आप ताला लगाकर घर से बाहर चले जाते है फिर जब आप दोबारा घर मे आते है तब घर के अंदर जाने के लिए आपके पास तले की चाबी होनी चाहिए।
कुछ उसी तरह जब हम इंटरनेट पर किसी App, Website या Software को Access करना चाहते है तब हमें उसमे अकाउंट बनाना पड़ता है और अकाउंट बनाने के लिए Mobile Number, Email id इन सभी की आवश्यकता पड़ती है और साथ मे हमें एक यूजर आइडी और पासवर्ड बनाना है जो की आपके अकाउंट का चाबी होता है।
फिर जब आप App, Website या Software पर अकाउंट बना लेते है और फिर आप वहाँ से बाहर हो जाते है तब दोबारा उसी अकाउंट को Access करने के लिए आपसे आपका बनाया हुआ यूजर आइडी और पासवर्ड मांगा जाता है जिसे आप जब दर्ज करते है तब आपको आपके अकाउंट का Access दे दिया जाता है।
एक तरह से साइन इन या लॉगिन को किसी स्थान पर पुनः प्रवेश करना कह सकते है।
साइन इन और लॉगिन मे क्या अंतर है (Difference Between Login & Sign in Hindi)
जैसा की मैंने आप सभी को बताया की साइन इन एक तरह का लॉगिन प्रोसेस ही होता है लेकिन काफी अधिक अंतर है जब हम साइन इन करते है तब इसमे भी हमें यूजर आइडी और पासवर्ड दर्ज करने की आवश्यकता होती है लेकिन जब हम किसी वेबसाइट पर साइन इन करते है तब वह वेबसाइट हमारे द्वारा किए गए समस्त Activity जैसे की उस वेबसाइट पर क्या देखा, क्या पढ़ा और क्या किया इत्यादि को अपने डेटाबेस पर स्टोर नहीं करती है।
वही पर लॉगिन करते है तब हमें इसके लिए साइन इन के जैसे ही यूजर आइडी और पासवर्ड की आवश्यकता पड़ती है लेकिन जब हम किसी वेबसाइट पर लॉगिन करते है तब वह वेबसाइट हमारे द्वारा की गई Activity जैसे हमने क्या पढ़ा, क्या देखा और क्या किया इन सभी का रिकार्ड अपने डेटाबेस मे स्टोर करती है।
जैसे जीमेल मे हम साइन इन करते है जिसकी वजह से वह हमने कब क्या देखा, क्या पढ़ा और क्या किया इन सब Activity का रिकार्ड अपने डेटाबेस मे स्टोर नहीं करती है सिर्फ और सिर्फ वह ईमेल Send और Receive के जानकारी को ही स्टोर करती है और जब Facebook पर हम लॉगिन करते है तब वह हमारी Activity जैसे किसको Like किया, Comment किया ये सभी का रिकार्ड अपने डेटाबेस मे स्टोर करती है।
लॉगिन और साइन इन आइडी पासवर्ड क्या होता है?
जब हम किसी साइन इन वाले वेबसाइट पर जाते है तब हमें उस वेबसाइट पर Sign UP करना होता है यानि नया अकाउंट बनाना होता है जिसमे हमें यूजर आइडी और पासवर्ड भी बनाने के लिए कहा जाता है जिस यूजर आइडी और पासवर्ड के जरिए ही हम साइन इन कर सकते है।
और उसी तरह जब हम किसी लॉगिन वाले वेबसाइट पर पहली बार जाते है तब हमें उसमे Register करना होता है यानि नया अकाउंट बनाना होता है जिस दौरान हमें यूजर आइडी और पासवर्ड भी बनाना होता है और उसी यूजर आइडी और पासवर्ड के जरिए हम उस वेबसाइट पर लॉगिन कर सकते है।
निष्कर्ष
काफी सारे ऐसे लोग है जिन्हे साइन इन और लॉगिन के विषय बिल्कुल भी पता नहीं है उन सभी को आसान शब्दों मे यह बता दूँ की साइन इन और लॉगिन किसी वेबसाइट या Application मे दोबारा अपने पुराने पहचान के साथ प्रवेश का तरीका है जिसके जरिए कोई वेबसाइट या Application आपके पहचान का सत्यापन करके आपको आपके पुराने पहचान के साथ अपने सिस्टम मे दोबारा प्रवेश करवाती है।
अब हमने आप सभी के साथ इस आर्टिकल के माध्यम से आप सभी के साथ साइन इन और लॉगिन क्या है (Sign in And Login Meaning in Hindi) से जुड़े समस्त जानकारीयो को विस्तार से साझा कर दिया है जिसको पढ़कर आज आपने काफी कुछ सीखा और जाना होगा, अंत मे मेरा यही निवेदन है की इस आर्टिकल को Facebook, Twitter इत्यादि पर भी अवश्य साझा कीजिएगा।