क्या आपका भी यह सवाल है की पीसी या पर्सनल कंप्युटर क्या है? तो आपको बता दे की आज के समय मे आप जितने भी तरह के कंप्युटर आप अपने आस पास दुकानों मे, बैंको मे देखते है वे सभी एक तरह के पीसी यानि की पर्सनल कंप्युटर ही होते है, यह सबसे अधिक उपयोग किया जाने वाला भी कंप्युटर है एवं आप जिस स्मार्टफोन का उपयोग करते है वह भी एक तरह का PC ही है।
लेकीन इसके बावजूद भी ऐसे कुछ लोग ही है जिन्हे की PC Kya Hai, इस विषय मे पता है। धीरे धीरे जिस तरह टेक्नोलॉजी आगे बढ़ती जा रही है कुछ उसी तरह कंप्युटर की उपयोगिता भी बढ़ती जा रही है इसका इस्तेमाल अब के समय मे हर कोई किसी न किसी रूप मे कर रहा है एवं पर्सनल कंप्युटर का एक रूप स्मार्टफोन भी है लेकीन इसकी कार्य क्षमता एक Dedicate पर्सनल कंप्युटर जितनी नहीं होती है।
सरकारी प्राइवेट बैंक, कंप्युटर संबंधित कार्यों वाले दुकान इन सब स्थानों मे एक पर्सनल कंप्युटर का ही उपयोग किया जाता है लेकीन यह पीसी यानि की पर्सनल कंप्युटर का एक सटीक परिभाषा नहीं है बल्कि पर्सनल कंप्युटर को समझने के लिए हमें पर्सनल कंप्युटर से संबंधित समस्त जानकारी जैसे पीसी क्या है, पर्सनल कंप्युटर कितने प्रकार के होते है, पर्सनल कंप्युटर के भाग, पर्सनल कंप्युटर का इतिहास इत्यादि को विस्तार से जानना होगा।
तो चलिए फिर अधिक देरी न करते हुए पीसी (पर्सनल कंप्युटर) क्या होता है, इसके बारे मे विस्तार से जानते है।
पीसी क्या है – What is Personal Computer in Hindi
पीसी का पूरा नाम पर्सनल कंप्युटर होता है यह एक प्रकार का सामान्य उद्देश्य वाला कंप्युटर होता है जिसे डिजाइन किया गया है एक समय मे एक यूजर द्वारा उपयोग करने के लिए, यह कंप्युटर माइक्रोप्रोसेसर टेक्नोलॉजी पर आधारित होते है एवं इन्हे डेस्क पर रखकर आसानी से इस्तेमाल मे लाया जा सकता है जिस वजह से इन्हे डेस्कटॉप कंप्युटर भी कहा जाता है। इन कंप्युटर का इस्तेमाल आज के समय मे घरों, दुकानों और ऑफिस जैसे स्थानों पर किया जाता है।
आपको बता दे की टैबलेट, लैपटॉप, डेस्कटॉप कंप्युटर, माइक्रो कंप्युटर इत्यादि एक पर्सनल कंप्युटर के ही उदाहरण है, इस कंप्युटर मे CPU यानि Central Processing Unit, Motherboard, Storage Device एवं इनपुट आउट्पुट डिवाइस जैसे कीबोर्ड, प्रिंटर, माउस, मानिटर इत्यादि मौजूद होते है, कंप्युटर का आविष्कार काफी पहले किया जा चुका था लेकीन पर्सनल कंप्युटर इन हाल ही के 20 से 30 वर्षों मे ही लोकप्रिय हुआ है।
पर्सनल कंप्युटर साइज़ मे छोटे होते है एवं यह काफी सस्ते भी होते है जिसकी वजह से हम इसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जा सकते है इस कंप्युटर को डिजाइन किया गया है पर्सनल कार्यों के लिए, इस कंप्युटर को General Purpose Computer, Micro Computer, Digital computer जैसे कई नामों से भी जाना जाता है एवं इसे हम व्यक्तिगत रूप से इस्तेमाल किया जाने वाला कंप्युटर भी कह सकते है।
पर्सनल कंप्युटर का इतिहास (History of PC)
पर्सनल कंप्युटर की कल्पना बिना माइक्रोप्रोसेसर के नहीं किया जा सकता, 1971 मे जब माइक्रोप्रोसेसर का आविष्कार हुआ तब उसके कुछ समय बाद ही MITS जो की एक अमेरिकन इलेक्ट्रॉनिक कंपनी थी इन्होंने ही दुनिया का पहला पर्सनल कंप्युटर जिसका नाम Altair 8800 है इसको विकसित किया, यह कंप्युटर Intel Inc. द्वारा बनाया गया Intel 8080 जो की एक 8bit माइक्रोप्रोसेसर था, इस पर आधारित था।
जिसके बाद Apple Inc. ने अपना पर्सनल कंप्युटर जिसका नाम Apple II रखा गया था इसे 1977 मे जारी किया गया इसकी वजह से पर्सनल कंप्युटर भी लोकप्रिय होने लगा, जिसके बाद पर्सनल कंप्युटर की क्रांति तो तब आई जब आईबीएम जो की एक काफी बड़ी अमेरिकन टेक्नोलॉजी कंपनी है इन्होंने अपना IBM PC को 1981 मे लॉन्च किया, यह पर्सनल कंप्युटर माइक्रोसॉफ्ट के MAC DOS OS जिसे हम आज Windows के नाम से जानते है इस पर आधारित था।
कुछ इस तरह पर्सनल कंप्युटर की शुरुआत हुई और आज का समय ऐसा है की हर क्षेत्र मे हमें पर्सनल कंप्युटर किसी न किसी रूप मे दिखाई देते है।
पर्सनल कंप्युटर कितने प्रकार के होते है (Types of PC)
जिस तरह कंप्युटर कई प्रकार के होते है उनमे से एक प्रकार पर्सनल कंप्युटर है कुछ उसी तरह पर्सनल कंप्युटर भी कई तरह के होते है जो की निम्नलिखित है :-
1. डेस्कटॉप कंप्युटर
यह एक ऐसा पर्सनल कंप्युटर होता है जिसे हम किसी एक स्थान मे रखकर इसका उपयोग कर सकते है, इसका साइज़ इतना बड़ा होता है की इसे हम टेबल या फिर डेस्क पर रखकर आसानी से उपयोग कर सकते है, पर्सनल कंप्युटर के सभी Types के मुकाबले इन्ही का आकार सबसे बड़ा होता है।
डेस्कटॉप कंप्युटर मे एक बड़ा सा बॉक्स होता है जिसमे की इस कंप्युटर के Internal Components जैसे Motherboard, Hard Disk, Ram इत्यादि मौजूद है इस बॉक्स को सिस्टम यूनिट के नाम से जाना जाता है अधिकतर इसी के माध्यम से इसके इनपुट और आउट्पुट डिवाइस जैसे माउस, कीबोर्ड को कंप्युटर से जोड़ा जाता है।
2. लैपटॉप कंप्युटर
इसका साइज़ डेस्कटॉप पर्सनल कंप्युटर के मुकाबले छोटा होता है इसे नोटबुक के नाम से भी जाना जाता है, यह Portable होता है इसे इस्तेमाल करने के लिए हमें अलग से माउस, कीबोर्ड इत्यादि को Connect करने की कोई आवश्यकता नहीं है क्योंकि इसमे Touch Pad, Keyboards जैसे Components Inbuilt होते है।
इसमे एक Battery भी लगा होता है जिसकी वजह से हम इसे Charge करके इस्तेमाल कर सकते है, इसके Operating बिल्कुल डेस्कटॉप कंप्युटर की तरह ही होता है लेकीन इसका वजन कम होने की वजह से एवं इसके कुछ इनपुट डिवाइस और आउट्पुट डिवाइस Inbuilt होने की वजह से इसे हम कही पर भी ले जाकर उपयोग कर सकते है।
3. टैबलेट
यह ऐसे पर्सनल कंप्युटर होते है जिनका की साइज़ लैपटॉप और डेस्कटॉप कंप्युटर दोनों से ही छोटा होता है और स्मार्टफोन से बड़ा होता है इसमे भी लैपटॉप की तरह Battery inbuilt होता है जिससे की यह कार्य कर पाती है, इसमे Pointer या माउस की आवश्यकता नहीं होती है क्योंकि एक Touch device है यानि इसे Touch करके उपयोग कर सकते है।
यह Portable होता है, बिल्कुल एक स्मार्टफोन की तरह ही एवं इसमे स्मार्टफोन का ही ऑपरेटिंग सिस्टम Installed रहता है जिसकी वजह से यह Computer Software को Run नहीं कर पाते है एवं इसकी स्टोरेज की क्षमता भी कम होती है।
4. स्मार्टफोन
यह सबसे छोटे साइज़ वाले पर्सनल कंप्युटर है जिसका इस्तेमाल अब हर घर मे किया जाता है, यह पूरी तरह से Portable और Rechargeable होते है, इसे इस्तेमाल करने के लिए किसी ही प्रकार के अलग से इनपुट डिवाइस से जोड़ने की आवशक्त नहीं होती है क्योंकि इसमे Touch screen होता है जिसके माध्यम से इसे हम उपयोग कर सकते है।
इसमे डेस्कटॉप Computer या लैपटॉप जितनी स्टोरेज क्षमता नहीं होती है और न ही इसमे Computer Application को run किया जा सकता है इसमे अलग से Mobile Application run होते है।
पर्सनल कंप्युटर के कौन कौन से भाग होते है (Parts of PC)
पीसी यानि पर्सनल कंप्युटर के काफी सारे Parts होते है जिन सभी के माध्यम से ही पर्सनल कंप्युटर किसी कार्य को कर पाता है जो की निम्नलिखित है :-
1. System Unit (सिस्टम यूनिट)
पर्सनल कंप्युटर का यह भाग काफी महत्वपूर्ण होता है एक तरह से कहे तो यह पर्सनल कंप्युटर का मुख्य भाग होता है जिसमे सभी Operations होते है, डेस्कटॉप कंप्युटर मे जो बड़ा सा बॉक्स दिखाई देता है उसे ही सिस्टम यूनिट कहते है, इसी के माध्यम से कंप्युटर के बाकी भाग जैसे मानिटर, कीबोर्ड, माउस, स्पीकर इत्यादि पर्सनल कंप्युटर से जुड़े हुए होते है।
ध्यान देने वाली बात यह है की सिस्टम यूनिट के भी कई सारे भाग है जैसे :-
1. Motherboard
यह पर्सनल कंप्युटर का काफी महत्वपूर्ण भाग होता है, जो की बिलकुल एक बोर्ड की तरह ही दिखाई देते है, इसमे छोटे छोटे devices लगे होते है, इसी के माध्यम से पर्सनल कंप्युटर के समस्त Devices कंप्युटर से Connected होते है यह पर्सनल कंप्युटर की रीढ़ की हड्डी की तरह कार्य कार्य करता है, जो की कंप्युटर के समस्त भागों को Power पहुंचाता है।
2. CPU (Central Processing Unit)
यह पर्सनल कंप्युटर का एक छोटा सा भाग होता है लेकीन यह काफी महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यह कंप्युटर का दिमाग होता है, CPU ही कंप्युटर के सभी Instructions को नियंत्रित करता है, ध्यान दे इसके भी कई सारे भाग है जिनमे से मुख्य तीन भाग निम्नलिखित है :-
- Control Unit – इसे CU के नाम से भी जाना जाता यह कंप्युटर पर हो रहे है समस्त घटनाओ को Control करता है।
- Memory Unit – यह एक प्रकार का स्टोरेज डिवाइस होता है जो की कंप्युटर पर हो रहे है समस्त घटनाओ के डेटा को इकट्ठा करता है।
- Arithmetical Logical Unit – इसे ALU के नाम से भी जाना जाता है यह CPU का Logic वाला भाग है जो की Logical कार्य को करता है जैसे जोड़, घटाव, गुणा, भाग इत्यादि।
3. RAM
इसका फूल फॉर्म Random Access Memory होता है जो की पर्सनल कंप्युटर पर चल रहे सभी कार्यक्रमों के डेटा को कुछ समय के लिए अपने भीतर Store करता है जिससे की उपयोगकर्ता को Multitasking मे सहायता मिलती है लेकीन जब उपयोगकर्ता कंप्युटर मे चल रहे प्रोग्राम को बंद करता है तब उसका डेटा भी यह Delete कर देता है।
4. ROM
इसका फूल फॉर्म Read Only Memory होता है, यह एक प्रकार की मेमोरी डिवाइस है जो की पर्सनल कंप्युटर के डेटा को Permanent अपने भीतर स्टोर करके रखता है मतलब जब उपयोगकर्ता द्वारा कंप्युटर को बंद कर दिया जाता है तब भी डेटा को Delete नहीं करता बल्कि उसे Permanent स्टोर करके रखता है।
5. Power Supply
यह पर्सनल कंप्युटर का एक ऐसा भाग है जो की कंप्युटर के सभी भागों को बिजली पहुंचाती है जो की इसके नाम से ही पता चल रहा है, यह AC Voltage को DC Voltage मे परिवर्तित करके कंप्युटर के सभी भागों को पहुंचाता है।
2. Monitor (मानिटर)
यह पर्सनल कंप्युटर का आउट्पुट डिवाइस है जो की कंप्युटर मे चल रहे कार्यक्रमों को अपने स्क्रीन पर प्रदर्शित करता है, इसका अलग से एक पावर केबल होता है इसे कंप्युटर Power Supply नहीं करता है।
3. Hard Disk (हार्ड डिस्क)
यह भी एक प्रकार का स्टोरेज डिवाइस ही होता है लेकीन यह कंप्युटर का Secondary स्टोरेज डिवाइस है जो की पर्सनल कंप्युटर से जुड़ा होता है जिसमे फाइल एवं समस्त प्रकार के डिजिटल डेटा को स्टोर किया जाता है।
4. Mouse (माउस)
माउस एक प्रकार का इनपुट डिवाइस होता है जिसके जरिए ही हम कंप्युटर को इनपुट Command दे पाते है यह हमें पर्सनल कंप्युटर पर कार्य करने मे सहायता करता है इसे Pointer भी कहा जाता है, इसके माध्यम से ही हम पर्सनल कंप्युटर से ही Interact कर पाते है।
5. Keyboard (कीबोर्ड)
इसे PC के सिस्टम यूनिट से Cable जोड़ा जाता है, यह एक प्रकार का डिवाइस है जिसके जरिए ही पीसी को Text, Number, Symbols जैसे इनपुट को दिया जाता है एवं इसमे और भी कई Key मौजूद होते है जैसे Control, Shift, Alt इत्यादि।
6. Printer (प्रिंटर)
प्रिंटर एक प्रकार का आउट्पुट डिवाइस होता है जो की पर्सनल कंप्युटर के डेटा को हार्ड कॉपी मे प्रिन्ट करने का काम किया जाता है, कंप्युटर पर Images को इसी के माध्यम से प्रिन्ट किया जाता है।
7. CD Drive (सीडी ड्राइव)
यह CD यानि Comact Disk जिसे पर्सनल कंप्युटर से Connect करने के लिए हमें इसकी आवश्यकता पड़ती है।
8. Floppy Drive (फ्लापी ड्राइव)
यह Floppy Disk जो की एक स्टोरेज डिवाइस होता है उसे कंप्युटर से Connect करता है।
ये सभी पर्सनल कंप्युटर के महत्वपूर्ण भाग है, जिसके बारे मे जानना जरूरी है जब आप पर्सनल कंप्युटर के बारे मे जान रहे है।
पर्सनल कंप्युटर की विशेषताएं (Features Of PC)
पीसी यानि की पर्सनल कंप्युटर के विभिन्न तरह के Features है जैसे :-
1. Size
पर्सनल कंप्युटर का साइज़ काफी छोटा होता है जिसके वजह से यह कंप्युटर Portable होता है।
2. Price
पर्सनल कंप्युटर का कीमत काफी अधिक कम होता है, जिसकी वजह से इसे सामान्य व्यक्ति भी खरीद सकता है।
3. Single user
पर्सनल कंप्युटर को Multiple यूजर एक साथ Operate नहीं कर सकते है बल्कि एक समय एक ही यूजर द्वारा इसे Operate किया जा सकता है।
4. Speed
पर्सनल कंप्युटर की गति काफी जबरदस्त होती है यह कुछ ही सेकंड मे कई सारे हजारों Calculation को करने मे सक्षम होती है।
5. Storage
पर्सनल कंप्युटर की स्टोरेज क्षमता काफी अधिक होती है इसमे हम कई सारे डेटा को स्टोर कर सकते है।
6. Accuracy
पर्सनल कंप्युटर की सटीकता 100 प्रतिशत होती है, इससे हम कोई भी कार्य काफी सटीक तरीके से कर सकते है।
पर्सनल कंप्युटर का उपयोग (Uses of PC)
पर्सनल कंप्युटर का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों मे किया जाता है क्योंकि इससे कई सारे कार्य किए जाते है जैसे :-
1. Banking
बैंक मे हो रहे ग्राहकों के लेनदेन के Management एवं बैंकिंग से जुड़े विभिन्न कार्यों के लिए पीसी का ही उपयोग किया जाता है।
2. Entertainment
पर्सनल कंप्युटर का उपयोग फिल्मे, वीडियोज जैसे मनोरंजन के लिए भी किया जाता है।
3. Gaming
पर्सनल कंप्युटर का उपयोग विभिन्न तरह के गेम खेलने के लिए किया जाता है।
4. Internet
पर्सनल कंप्युटर पर हम इंटरनेट का उपयोग कर सकते है इसकी वजह से इसका उपयोग इंटरनेट चलाने के लिए भी किया जाता है।
5. Office Work
पर्सनल कंप्युटर के माध्यम से ऑफिस के कई सारे कार्य जैसे डाटा एंट्री करना, ईमेल लिखने, Presentation बनाने के लिए इत्यादि जैसे कार्यों के लिए किया जाता है।
6. Education
पर्सनल कंप्युटर का उपयोग शिक्षा के क्षेत्र मे स्टूडेंट्स को कंप्युटर शिक्षा एवं अन्य तरह के शिक्षा को प्रदान करने के लिए भी किया जाता है।
FAQ’s (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
हेनरी एडवर्ड रॉबर्ट्स, जो की एक अमेरिकी इंजीनियर है इसे ही पर्सनल कंप्युटर का जनक माना जाता है इन्होंने ही दुनिया के पहले Commercial पर्सनल कंप्युटर का आविष्कार किया था।
पर्सनल कंप्यूटर दूसरा नाम डेस्कटॉप कंप्युटर है, क्योंकि इसे डेस्क पर रखकर उपयोग मे लाया जाता है इस वजह से इसे डेस्कटॉप भी कहा जाता है।
जी हाँ, लैपटॉप एक पर्सनल कंप्युटर के श्रेणी मे आता है।
निष्कर्ष
पर्सनल कंप्युटर की वजह से ही आज कंप्युटर हमारे बीच इतना Common हो पाया है, इसकी वजह से ही आज हर कोई कंप्युटर को समझ रहा है और अनेक तरह के कार्यों को कर रहा है, इस वजह से कहीं न कहीं हर किसी पर्सनल कंप्युटर के बारे मे जानना आवश्यक है, इसी वजह से मैंने आप सभी के साथ पर्सनल कंप्युटर से जुड़े समस्त जानकारीयो को विस्तार से साझा करने का सोचा।
उम्मीद है की इस आर्टिकल ने आपको पर्सनल कंप्युटर के बारे मे जानने मे काफी मदद किया होगा एवं इस आर्टिकल को पढ़कर पीसी क्या है (What is Personal Computer in Hindi) इसके बारे मे विस्तार से जान लिया होगा। अभी भी आपके मन मे कोई सवाल बाकी रह गया है तो उसे आप नीचे Comment मे लिख सकते है और अंत मे मैं आपसे यही निवेदन है की इस आर्टिकल को Facebook, Twitter जैसे सोशल मीडिया पर भी अवश्य शेयर कीजिए।