नमस्ते दोस्तों, Kotlin क्या है? यह सवाल आपके भी मन मे आया होगा अगर आप भी प्रोग्रामिंग के विषय मे रुचि रखते है क्योंकि Kotlin प्रोग्रामिंग से ही संबंधित है गूगल जो की एक काफी बड़ी टेक कंपनी है इन्होंने कुछ वर्ष पहले ही Announce किया था की अब से Developers एंड्रॉयड ऐप डेवलपमेंट के लिए Kotlin का उपयोग कर सकते है जिसके बाद से ही यह काफी लोकप्रिय हो रहा है।
ऐसा बिल्कुल भी नहीं है की Kotlin का उपयोग सिर्फ एंड्रॉयड ऐप डेवलपमेंट के लिए ही किया जाता है बल्कि इसका इस्तेमाल प्रोग्रामिंग के क्षेत्र मे काफी अलग अलग डेवलपमेंट के लिए किया जाता है क्योंकि डेवलपर्स को Kotlin मे कई सारे Features मिलती है जिसकी सहायता से डेवलपर्स को कंप्युटर प्रोग्राम डेवलपमेंट मे काफी आसानी होती है यह जावा से मिलता जुलता ही है।
तो अगर आप भी प्रोग्रामिंग के क्षेत्र से कहीं न कहीं ताल्लुक रखते है तब आपको Kotlin के बारे मे जानने की आवश्यकता है क्योंकि यह काफी तेजी से Grow होती एक प्रोग्रामिंग भाषा है जिसका इस्तेमाल प्रोग्रामिंग मे काफी अलग अलग कार्यों के लिए किया जा रहा है इस वजह से ही आज के इस आर्टिकल को मैंने लिखने का चयन किया जिसमे मैं आप सभी के साथ Kotlin से जुड़ी समस्त जानकारी को साझा करने वाला हूँ।
तो चलिए अब ज्यादा देरी न करते हुए Kotlin क्या होता है, Kotlin का इस्तेमाल क्यों किया जाता है, Kotlin का इतिहास, Kotlin की विशेषताएं एवं इससे संबंधित समस्त जानकारी को विस्तार से जानने की शुरुआत करते है।
कोटलिन क्या है – What is Kotlin in Hindi
Kotlin एक प्रकार का Statically Typed सामान्य उद्देश्य वाली उच्च स्तर की प्रोग्रामिंग भाषा है जिसे की विकसित किया गया है Jetbrains द्वारा जो को काफी लोकप्रिय सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट कंपनी है, यह एक तरह का Object Oriented Oriented Concept पर आधारित प्रोग्रामिंग भाषा है जो की जावा से बेहतर प्रोग्रामिंग भाषा माना जाता है क्योंकि इसमे जावा के समस्त Concept तो है ही लेकीन इसमे Additional Features भी है जो की जावा मे मौजूद नहीं है।
यह प्रोग्रामिंग भाषा जावा मे लिखे गए कोड के साथ Fully Interoperable है मतलब इसका इस्तेमाल हम जावा के कोड मे भी कर सकते है, यह उच्च स्तर की प्रोग्रामिंग भाषा होने के साथ साथ ओपन सोर्स भी है यानि की इसका इस्तेमाल हम अपने प्रोग्राम मे बिल्कुल फ्री मे कर सकते है, हम आपको यह पहले ही बता दे की यह एक Independent Language है मतलब यह किसी अन्य प्रोग्रामिंग भाषा पर निर्भर नहीं है।
लेकीन इसका खुद का कोई Virtual Machine नहीं है क्योंकि यह जावा को Replace करने के लिए विकसित किया गया था जिस वजह से यह Java Virtual Machine पर Run होता है भले ही यह एक Independent प्रोग्रामिंग भाषा है, इसके माध्यम से Android Application Development करना और भी काफी आसान है इस वजह से गूगल खुद एंड्रॉयड डेवलपमेंट के लिए इसे Recommend करता है।
कोटलिन का इतिहास (History of Kotlin)
Kotlin प्रोग्रामिंग भाषा पिछले कुछ वर्षों मे ही काफी अधिक लोकप्रिय हुआ है लेकीन इसे काफी वर्ष पहले ही विकसित किया जा चुका था। यह बात है 2010 की जब Jetbrains नामक एक काफी बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी जिसने IntelliJ IDEA टूल को विकसित किया था इन्होंने Kotlin भाषा को विकसित किया लेकीन उस समय इसे Release नहीं किया गया था जिसके 1 वर्ष बाद ही 2011 मे इसे Publicly Release कर दिया गया।
लेकीन उस समय इसकी लोकप्रियता इतनी अधिक नहीं थी जिसके बाद गूगल ने 2017 मे खुद से इसे समर्थन प्रदान किया और Android App developers को इस नई प्रोग्रामिंग भाषा को Android App Development के लिए Suggest किया जिसके बाद से ही Developers द्वारा इस प्रोग्रामिंग भाषा का इस्तेमाल किया जाने लगा और 2019 मे गूगल ने यह बताया की अब Kotlin developers की पसंदीदा भाषा बन चुकी है।
Kotlin का इस्तेमाल क्यों किया जाता है?
अभी तक हमने Kotlin के बारे मे काफी कुछ जान लिया है लेकीन अब यह सवाल आता है की Kotlin का इस्तेमाल क्यों किया जाता है? तो आपको बता दे की इसके माध्यम से हम वो सभी कंप्युटर प्रोग्राम्स को Develop कर सकते है जो की हम जावा मे करते है, लेकीन इसकी और भी खासियत है जैसे की हम जो की कोड जावा मे कोई प्रोग्राम बनाते वक्त लिखते है अगर हम उसी प्रोग्राम को बनाते वक्त Kotlin मे लिखते है तब उसमे 40 प्रतिशत कोड को हमें लिखने की आवश्यकता नहीं है।
मतलब सीधे कहे तो जावा मे प्रोग्राम बनाते वक्त जो कोड लिखना पड़ता है उससे 40 प्रतिशत कम कोड लिखना पड़ेगा जब हम उसी प्रोग्राम को Kotlin मे बनाते है। इसके अलावा हम यह जावा के साथ Interoperable है जिसके बारे मे मैंने ऊपर भी बात की है, एवं इसमे जावा प्रोग्रामिंग भाषा अधिक Features भी मौजूद है इन्ही कारणों की वजह से आज Kotlin प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग किया जा रहा है।
कोटलिन की विशेषताएं (Features of Kotlin)
वैसे तो Kotlin प्रोग्रामिंग भाषा के Features बिल्कुल जावा के जैसे ही है लेकीन इसमे कुछ Additional Features भी मौजूद है जो की जावा मे मौजूद नहीं है जिन सभी को मैंने नीचे Mention किया है :-
1. इसमे Null Safety की सुविधा मिलती है.
जावा मे प्रोग्रामिंग करते वक्त Null Pointer Exception कई बार आ जाता है यह Error तब आता है जब हम प्रोग्राम मे किसी ऐसे Variable जिसकी Value Null है यानि जिसकी कोई Value नहीं है उससे हम कोई Operation Perform करने की कोशिश करते है तब यह Null Pointer Exception आता है जिसकी वजह से जब हम प्रोग्राम को Compile करते है तब हमारा प्रोग्राम Crash हो हो जाता है।
लेकीन इसी Error का समाधान करने के लिए हमें Kotlin मे Null Safety का सुविधा मिलता है जिससे जरिए हम उस Error को पहले ही पहचान सकते है।
2. यह Concise है.
इसका सबसे पहला Feature यह है की कोई प्रोग्राम बनाते वक्त इसमे जावा प्रोग्रामिंग भाषा के मुकाबले बहुत कम Codes लिखने की आवश्यकता पड़ती है मतलब जो कोड हम जावा मे 10 लाइन लिखते है उसी कोड को Kotlin भाषा मे मात्र 6 लाइन मे लिख सकते है।
3. यह Interoperable है.
Kotlin पूरी तरह Interoperable है जावा के साथ मतलब अगर हम कोई जावा का Project बना रहे है तब उसमे हम Kotlin को Integrate कर सकते है और कुछ उसी तरह ही अगर हम Kotlin का प्रोजेक्ट बना रहे है तब हम उसमे जावा को Integrate कर सकते है इन दोनों को एक साथ भी इस्तेमाल मे लाया जा सकता है।
4. सीखने मे आसान है.
यह Kotlin प्रोग्रामिंग भाषा सीखने मे काफी आसान है, अगर आपको जावा प्रोग्रामिंग भाषा आती है तब आप इसे आप बड़ी ही आसानी के साथ सिख सकते है।
5. Smart Cast की सुविधा मिलती है.
इसमे Smart Cast का सुविधा मिलता है, जावा मे क्या होता है की Variable बनाते समय यह Clear करता है की इस Variable मे किस Type की Value Add होगी लेकीन Kotlin मे इस सुविधा के तहत इसमे Values की मदद से ही यह Identify हो जाएगा की कौन सा Inline Variable की Type का है।
6. इसमे Error की संख्या कम होती है.
आपको बता दे की यह एक Statistic Typed प्रोग्रामिंग भाषा होने के कारण यह कोड मे मौजूद Errors मे से Maximum Errors को Code को Compile करने से पहले ही Find कर देता है जिससे की इसमे मौजूद Errors को हम तुरंत Solve कर पाएंगे, जिसकी वजह से इसमे लिखे गए कोड मे Errors की संख्या बहुत कम हो जाती है।
Kotlin मे मौजूद कुछ कमिया और Disadvantages
वैसे तो Kotlin काफी अच्छी प्रोग्रामिंग भाषा है जो की Android Developers की पसंदीदा बन चुकी है लेकीन इसमे भी कुछ कमिया और Disadvantages जो निम्नलिखित है :-
FAQ’s (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
जी हाँ, Kotlin भाषा मे कई सारे Advance Feature है जिसके आधार पर हम इसे जावा से बेहतर कह सकते है लेकीन जावा का यूजर बेस काफी बड़ा है जिसकी वजह से इसमे हमें Community Support काफी अधिक मिलता है।
Kotlin को बनाया है Jetbrains नामक एक काफी बड़ी सॉफ्टवेयर कंपनी ने, जिसने कई सारे प्रोग्रामिंग से संबंधित लोकप्रिय टूल को विकसित किया है।
Kotlin की खासियत यह है की यह जावा को Replace करने के लिए बनाया गया था, जिसकी वजह से इसमे हमें जावा के मुकाबले काफी सारे Advance Features भी मिलते है।
निष्कर्ष
एक तरह से हम Kotlin को जावा प्रोग्रामिंग भाषा का ही एक Advance version समझ सकते है जिसके जरिए हम विशेष तरह के कंप्युटर प्रोग्राम तैयार कर सकते है। अब मैंने आप सभी के साथ कोटलिन क्या है (What is Kotlin in Hindi) इससे जुड़ी समस्त जानकारी को विस्तार से साझा कर दिया है जिसके की पढ़कर आप सभी पाठकों ने कोटलिन प्रोग्रामिंग भाषा से जुड़ी सारी जानकारी को जान लिया होगा।
उम्मीद है की आप सभी पाठकों के लिए आज का यह आर्टिकल काफी Valuable रहा होगा, जिससे आपने बहुत कुछ नया सीखा होगा। अभी भी आप सभी के मन मे अगर Kotlin से संबंधित कोई भी सवाल रह गया है तब उसे बेझिझक और बेहिचक Comment मे लिख सकते है और अंत मे इस आर्टिकल को Facebook, Twitter इत्यादि पर शेयर करने का सनम्र निवेदन करता हूँ ताकि और भी लोग इससे कुछ नया सिख सके।