नमस्ते दोस्तों इस लेख मे हम गुगल सर्च कंसोल क्या है? इस विषय पर विस्तार से बात करने जा रहे है क्योंकि काफी सारे ऐसे लोग है जिन्हे की गुगल सर्च कंसोल के बारे मे पता नहीं है जिसका की मुख्य कारण है की यह हर किसी के काम का नहीं है बल्कि यह इसके बारे मे सिर्फ उन्ही को जानना आवश्यक है जो की इंटरनेट पर कार्य करते है उनके लिए यह काफी काम का है।
हम सब आज अपने जीवन मे गूगल का उपयोग कर रहे है क्योंकि अधिकतर मोबाइल उपयोगकर्ता एंड्रॉयड फोन का ही इस्तेमाल करते है और एंड्रॉयड फोन के ब्राउजर मे गूगल Default रूप से सेट रहता है और इसका एक बड़ा कारण यह भी है की गूगल जैसा Advance सर्च इंजन और कोई दूसरा नहीं है जब हम इसमे कुछ सर्च करते है तो हमें इसमे हजारों लाखों सर्च रिजल्ट मिल जाते है।
ये सभी वेबसाइट के लिंक गूगल मे कैसे आ जाता है आखिर ये कैसे होता है, तो आपको बता दे की किसी भी वेबसाइट को गूगल के सर्च रिजल्ट मे आने के लिए उन्हे गूगल मे अपने वेबसाइट मे Submit करना होगा और यह जो गूगल मे साइट Submission का कार्य होता है यह गूगल सर्च कंसोल के द्वारा ही होता है इसी के द्वारा ही गूगल मे किसी साइट का Management संबंधित समस्त कार्य होता है।
उम्मीद है की आपने गुगल सर्च कंसोल को थोड़ा जान और समझ लिया होगा लेकीन अभी भी इसके बारे मे काफी कुछ जानना बाकी है क्योंकि यह एक लंबा चर्चित विषय है तो चलिए Google Search Console Kya Hai, के बारे मे जानकारी हासिल करना शुरू करते है।
गुगल सर्च कंसोल क्या है – What is Google Search Console in Hindi
गुगल सर्च कंसोल गूगल के द्वारा प्रदान कीया जाने वाला एक फ्री टूल है जो की गूगल के सर्च रिजल्ट मे किसी वेबसाइट की उपस्थिति को Monitor, Maintain और समस्याओ का निवारण करने मे मदद करता है अर्थात गूगल सर्च कंसोल एक ऐसा टूल है जिसके द्वारा हम गूगल सर्च इंजन के सर्च रिजल्ट मे अपने वेबसाइट के उपस्थिति संबंधित विभिन्न पहलुओ को प्रबंधित और उसकी निगरानी कर सकते है।
गूगल मे दुनियाभर की वेबसाइट Index है और उन वेबसाइट के मालिकों को अगर यह देखना है की उनकी वेबसाइट गूगल के सर्च रिजल्ट मे किसी तरह Perform कर रही है, कौन कौन सी परेशानीया आ रही है, आ रही परेशानीयो का निवारण किस तरह कीया जा सकता है, उनके वेबसाइट का कौन सा लिंक Index है और कौन सा नहीं, वेबसाइट का कौन सा लिंक कितना अच्छा Perform कर रहा है, इत्यादि।
तब इन सब को देखने के लिए उन्हे गूगल सर्च कंसोल मे जाना होगा क्योंकि गूगल का एक मात्र यहीं टूल है जो की गूगल के सर्च रिजल्ट मे किसी वेबसाइट की उपस्थिति संबंधित समस्त जानकारीयो को विस्तार से और सटीकता के साथ प्रदर्शित करता है और साथ मे हम गूगल सर्च कंसोल की मदद से गूगल के सर्च रिजल्ट मे अपनी वेबसाइट की उपस्थिति समबंधित काफी सारी चीजों की Adjust भी कर सकते है।
गूगल सर्च कंसोल कैसे काम करता है?
आपकी जानकारी के लिए यह बता दे की कोई साइट का मालिक अपने वेबसाइट को गूगल सर्च रिजल्ट मे प्रदर्शित करना चाहता है अर्थात कोई अपने वेबसाइट को गूगल मे Index करवाना चाहता है ताकि उसकी वेबसाइट गूगल के सर्च रिजल्ट मे दिखाई देने लग जाए तब उसके लिए गूगल सर्च कंसोल मे जाकर खुद से अपनी वेबसाइट को Submit करना पड़ता है और साथ मे वेबसाइट का Sitemap भी Submit करना पड़ता है जिसके बाद 2 से 4 दिनों के अंदर मे गूगल के सर्च रिजल्ट मे वेबसाइट दिखाई देने लग जाता है।
गूगल सर्च कंसोल गूगल का ही एक टूल है जिसे शुरुआती समय मे Google Webmaster के नाम से जाना जाता था लेकीन 2015 मे इसका नाम बदलकर Google Search Console कर दिया गया, यह टूल गूगल के सर्च रिजल्ट मे अनेकों वेबसाइट की उपस्थिति संबंधित समस्त डेटा को स्टोर करता है और उस डेटा मे से अलग अलग वेबसाइट्स के डेटा को उनके सर्च कंसोल खाते मे प्रदर्शित करता है।
यह अलग अलग वेबसाइट के गूगल सर्च रिजल्ट मे उपस्थिति संबंधित डेटा को छाटकर सरल रूप मे प्रदर्शित करता है जिसको देखकर वेबसाइट के मालिक यह अनुमान लगा सकते है की उनकी वेबसाइट गूगल सर्च मे कैसी Perform कर रही है। इसके अलावा यह ऐसे टूल प्रदान करता है जिसकी मदद से हम अपनी वेबसाइट और उसके अलग अलग लिंक के गूगल सर्च रिजल्ट मे उपस्थिति मे बदलाव कर सकते है।
गूगल सर्च कंसोल की विशेषताएं (Features)
वैसे तो हमने काफी हद तक Google Search Console क्या है, इसके बारे मे जान ही लिया है लेकीन इसके बारे मे अच्छे से जानने और समझने के लिए हमें इसके Features को समझना होगा जो की कुछ इस प्रकार है –
Overview
जैसे ही आप गूगल सर्च कंसोल मे लॉगिन करते है वैसे ही आपको सामने सबसे पहले Overview का Feature मिलेगा जिसमे आपके साइट के Performance का एक Overview मिल जाएगा, जिसमे सबसे पहले Performance का सेक्शन मिलेगा उसके बाद Indexing फिर Experiences और अंत मे आपको Enhancements का सेक्शन दिखाई देगा।
URL Inspection
गूगल सर्च कंसोल मे दूसरे नंबर पर हमें URL Inspection का Feature मिलता है जिस पर कि क्लिक करके हम अपने साइट मे मौजूद किसी भी URL को चेक कर सकते है की वह गूगल मे Index है या नहीं और अगर नहीं है तब किन किन कारणों की वजह से वह गूगल मे Index नहीं है।
Search Results
अब गूगल सर्च कंसोल मे तीसरे नंबर पर हमें Performance वाले सेक्शन मे Search Results का Feature मिलता है जिस पर क्लिक करके हम या चेक कर सकते है की गूगल सर्च रिजल्ट्स मे हमारा वेबसाइट Perform कर रहा है किन किन Keywords पर हमारा वेबसाइट रैंक कर रहा है इसमे भी हमें कुछ अलग अलग विकल्प मिलते है जैसे –
1. Clicks : गूगल के सर्च रिजल्ट मे आपकी वेबसाइट दिखाई जाने पर कितने क्लिक आपके वेबसाइट पर कीये गए इसमे वह संख्या प्रदर्शित की जाती है।
2. Impressions : गूगल के सर्च रिजल्ट्स मे आपकी वेबसाइट कितने बार उपस्थित हुआ है भले ही उस पर किसी ने क्लिक न कीया हो इसमे वह संख्या प्रदर्शित की जाती है।
3. Average CTR : यह CTR यानि Click Trough Rate है जो की इस तरह निर्धारित होता है की आपके वेबसाइट का Impression 100 है और Clicks 4 है तब आपके वेबसाइट का CTR 4 प्रतिशत होगा।
4. Average Position : आपके वेबसाइट का Average Position अर्थात गूगल सर्च रिजल्ट मे आपकी वेबसाइट का औसत स्थान मतलब जब भी गूगल सर्च रिजल्ट मे आपकी वेबसाइट उपस्थित हुई है तब उसका औसत स्थान।
Pages
गूगल सर्च कंसोल मे अब चौथे नंबर पर Indexing वाले सेक्शन मे Pages का Feature मिलता है इसमे वेबसाइट मे मौजूद सभी Pages मे से कितने और कौन से Pages Index कीये गए है और कौन से Pages Index नहीं कीये गए और किन किन कारणों की वजह से नहीं कीये गए है उसकी जानकारी यहाँ मिलती है।
Video Pages
गूगल सर्च कंसोल मे अब पाँचे नंबर पर Video Pages का Feature मिलता है इसमे वेबसाइट मे मौजूद सभी Pages जिसमे की Video मौजूद है उसमे से कितने और कौन से Pages Index कीये गए है और कौन से Pages Index नहीं कीये गए और किन किन कारणों की वजह से नहीं कीये गए है उसकी जानकारी यहाँ मिलती है।
Sitemap
अब छटवे नंबर पर हमें Sitemap का Feature मिलता है जिसमे हमारे द्वारा Add कीये गए Sitemap दिखाए जाते है एवं Sitemap Add करने का भी विकल्प मिलता है जिस पर क्लिक करके हम Sitemap Add कर सकते है।
Removals
अब सातवे नंबर पर हमें Removals का Feature मिलता है इस पर पर वे सभी URL को देख सकते है जो हमने Removal के लिए Submit कीये है एवं किसी नए URL को Removal के लिए भी Submit कर सकते है। Removal Request का अर्थ है किसी URL को गूगल के सर्च रिजल्ट से हटाने के लिए Request करना।
Page Experiences
अब आठवे नंबर पर Experiences के सेक्शन मे Page Experiences का Feature मिलता है जिस पर क्लिक करके हम अपने वेबसाइट के समस्त Web Pages के Experience को देख सकते है।
Core Web Vitals
अब नौवे नंबर पर गूगल सर्च कंसोल के अंदर हमें Core Web Vitals का Feature मिलता है यह हमारे वेबसाइट के स्पीड के बारे मे बताता है इसके भी तीन अलग अलग पहलू है CLS (Cumulative Layout Shift) , LCP (Largest Contentful Paint) और INP (Interaction To Next Paint) जो की वेबसाइट के अलग अलग स्पीड Performance के आधार पर तय होते है।
ये गूगल सर्च कंसोल के कुछ महत्वपूर्ण Features है जिनके बारे मे उपयोगकर्ता को जानना बेहद जरूरी है।
गुगल सर्च कंसोल का उपयोग कौन करता है, ये किसके लिए जरूरी है?
गुगल सर्च कंसोल खासकर उन्ही के लिए बनाया गया है जिनकी कोई वेबसाइट है और वे अपने वेबसाइट और उसके Web Pages को गूगल सर्च रिजल्ट पर दिखाना और गूगल सर्च कंसोल का उपयोग अधिक Webmasters या Website Owners करते है क्योंकि उनका काम अपने वेबसाइट पर अधिक से अधिक Traffic लाना होता है और Traffic लाने के लिए गूगल सर्च रिजल्ट काफी अच्छा विकल्प होता है।
इसके अलावा Bloggers जो की काफी सारे वेबसाइट (ब्लॉग) बनाकर उस पर कंटेन्ट पोस्ट करते है और उसे अलग अलग सर्च इंजन पर रैंक करवाकर एवं Traffic लाकर उससे पैसा कमाते है उनके लिए गूगल सर्च कंसोल काफी महत्वपूर्ण टूल होता है यहाँ से उन्हे अपने वेबसाइट की Ranking और Performance की Insights पूरी सटीकता मिल जाती है जो की उनके लिए काफी उपयोगी होता है।
गुगल सर्च कंसोल मे अपनी वेबसाइट को कैसे जोड़े?
अगर आप गूगल सर्च कंसोल मे अपनी वेबसाइट को जोड़ना चाहते है ताकि गूगल के सर्च रिजल्ट पेज मे आपकी वेबसाइट भी उपस्थित हो तब इसके लिए अगर आपकी वेबसाइट WordPress पर बनाया गया है तब आप Sitekit नामक Plugin जो की गूगल का ही है उसे अपने WordPress Panel पर इंस्टॉल करके वहीं से सीधे आप आप गूगल सर्च कंसोल मे अपनी वेबसाइट को जोड़ सकते है।
आर आपने अपनी वेबसाइट कोई Blogger या किसी अन्य CMS पर बनाया हुआ है तब ऐसी स्तिथि मे आपको https://search.google.com/search-console मे जाकर आपको Manually खुद से गूगल सर्च कंसोल मे अपनी वेबसाइट को जोड़ना होगा यहाँ पर Owner Verification भी करना होगा जिसके लिए आपको गूगल द्वारा दिए गए Codebase को अपनी वेबसाइट के Theme के कोड मे अपलोड करना होगा।
फिर जब गूगल सर्च कंसोल मे आपकी वेबसाइट Add हो जाती है तब आपको अपनी वेबसाइट का Sitemap भी सर्च कंसोल के अंदर Submit कर देना है तब जाकर आपकी वेबसाइट गूगल के सर्च रिजल्ट मे दिखाई देने लगेगी।
गूगल सर्च कंसोल के फायदे (Advantages)
एक वेबसाइट Owner के लिए गूगल सर्च कंसोल एक अहम टूल है इसके कई सारे फायदे है जैसे –
- यह वेबसाइट मे मौजूद Errors जो गूगल सर्च रिजल्ट मे रैंकिंग को प्रभावित करता है उन्हे बतलाता है।
- गूगल सर्च कंसोल की मदद से हम अपने वेबसाइट के लिए उपयोगी Keywords को ढूंढ सकते है।
- गूगल सर्च कंसोल की मदद से आप अपने वेबसाइट मे गूगल सर्च रिजल्ट, गूगल न्यूज और गूगल डिस्कवर से आने वाले Traffic को आसानी से Track कर सकते है।
- गूगल सर्च कंसोल की मदद से गूगल सर्च रिजल्ट के अंदर अपने वेबसाइट का Performance चेक कर सकते है।
- यह वेबसाइट के गूगल सर्च रिजल्ट्स से समबंधित समस्त डेटा को काफी सटीकता के साथ दिखाता है।
- यह उपयोगकर्ता को अपने वेबसाइट को गूगल मे रैंक करवाने मे काफी मदद करता है।
- गूगल सर्च कंसोल की सहायता से आप अपने वेबसाइट के Internal और External Links को चेक कर सकते है।
निष्कर्ष
एक Blogger या फिर एक ऐसा उपयोगकर्ता जिसके पास खुद का एक वेबसाइट है उसके लिए गुगल सर्च कंसोल काफी उपयोगी टूल है क्योंकि अक्सर वेबसाइट मे Traffic की आवश्यकता पड़ती है और गूगल Traffic का सबसे बेहतरीन स्त्रोत है जिसमे अपने वेबसाइट जोड़ने का एक ही मात्र विकल्प गुगल सर्च कंसोल ही है।
उम्मीद है की इस आर्टिकल को अंत तक विस्तार से पढ़ने के बाद आपने गुगल सर्च कंसोल क्या है (What is Google Search Console in Hindi) से जुड़ी समस्त जानकारीयो को बारीकी से जान लिया होगा और अंत तक पढ़ने के बावजूद भी कोई सवाल अभी भी आपके पास रह गया है तो उसे आप Comment बिना किसी झिझक के लिख सकते है और कोई सुझाव है तो उसे भी लिखना न भूले।