कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) क्या होता है

इंटरनेट का जमाना है आज सभी तरह की चीजे एक एक कर के ऑनलाइन होती जा रही है जहां पर हम पहले पेपर मे सभी तरह के काम करते थे वहीं पर आज हम सभी कई सारे महत्वपूर्ण कार्यों को कंप्युटर या मोबाइल पर ही कर रहे है इससे वाकई मे समय के साथ काफी सारी चीजों का फायदा हो रहा है इसी तरह आज सीबीटी जिसका पूरा नाम है कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट काफी प्रचलित हो रहा है आज हम इसी के बारे मे जानेंगे।

काफी सारे ऐसे लोग है जो की किसी न किसी चीज की पढ़ाई कर रहे है, किसी प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे है ऐसे मे उन्होंने सीबीटी का नाम जरूर सुन रखा है जिसका की फूल फॉर्म कंप्युटर बेस्ड टेस्ट होता है यह परीक्षा लेने का एक नया तरीका है जिसके बारे मे काफी सारे लोगों को पता नहीं है ऐसे मे कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट क्या है? उनका यह सवाल होता है।

इसी वजह से आज हम सभी इस लेख मे CBT यानि Computer Based Test से जुड़ी समस्त जानकारी जैसे Computer Based Test क्या है, CBT Exam कैसे होता है, सीबीटी परीक्षा क्या है, सीबीटी परीक्षा देते वक्त किन बातों का ध्यान रखे इत्यादि को विस्तार से जानेंगे, तो चलिए फिर इसके बारे मे वितरित रूप से जानना शुरू करते है।

सीबीटी क्या होता है?

सीबीटी (CBT) का फूल फॉर्म कंप्युटर बेस्ड टेस्ट (Computer Based Test) होता है जिसे हिन्दी मे हम कंप्युटर आधारित परीक्षा होता है यह परीक्षा लेने का एक नया तरीका है जिसमे कंप्युटर के द्वारा उम्मीदवारों से परीक्षा लिया जाता है जिसमे की पेपर इत्यादि का इस्तेमाल नहीं होता है यहाँ पर कंप्युटर पर ही प्रश्न दिया जाता है जिनका की उत्तर उन्हे कंप्युटर पर ही देना जाता है यह परीक्षाओ का एक नया डिजिटल तरीका है।

कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट क्या है – What is CBT in Hindi

जैसा की मैंने बताया की सीबीटी का पूरा नाम कंप्युटर बेस्ड टेस्ट होता है जिसे की हिन्दी भाषा मे कंप्युटर के माध्यम से ली जाने वाली परीक्षा कह सकते है कई सारे लोग इसे ऑनलाइन परीक्षा के नाम से भी जानते है वर्तमान समय मे कई सारी परिक्षाये कंप्युटर के ही माध्यम से लिया जा रहा है यह परीक्षा काफी सुरक्षित होती है जिस वजह से नकल जैसे अनैतिक कार्यों की संभावना नहीं होती है।

यहाँ पर परीक्षा लेने हेतु सॉफ्टवेयर की सहायता ली जाती है जिसमे की प्रश्नों को अपलोड कर देने के बाद सॉफ्टवेयर खुद से ही उसमे बदलाव कर देने उसे छात्रों को अलग अलग दे देता है जिसकी वजह से नकल की संभावना काफी कम होती है यहाँ पर अगर कोई छात्र या उम्मीदवार चीटिंग करने की कोशिश करता है तब कंप्युटर उसे खुद से ही चेतावनी दे देता है और एक सीमित Attempt के बाद कंप्युटर उस उम्मीदवार या छात्र के पेपर को बंद कर देता है।

आजकल ऑनलाइन शिक्षा जैसी चीजे काफी प्रचलित हो रही है जिसकी वजह से ऑनलाइन शिक्षा प्राप्त करना काफी आसान हो गया है जिसको देखते हुए कंप्युटर के द्वारा भी कई सारे परीक्षाओ को लिया जाता है और इन्ही परीक्षाओ को कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट (सीबीटी) कहा जाता है इनमे सिर्फ ऐसे प्रश्न शामिल होते है जिसे बिना पेन कॉपी के हल कीया जा सकता है।

CBT Exam कैसे होता है?

जहां पर परिक्षाये होती है वहाँ पर हर एक डेस्क पर एक कंप्युटर सिस्टम की व्यवस्था कर दी गई होती है जहां पर एक सॉफ्टवेयर की मदद से परीक्षा से संबंधित समस्त तैयारी कर दी गई होती है जिसमे की सर्वप्रथम Start Exam का विकल्प मिलता है जिस पर की क्लिक करके हम परीक्षा को शुरू करते है जिस पर क्लिक करते ही उम्मीदवार या छात्र को अपना रोल नंबर और पासवर्ड डालकर लॉगिन करना होता है।

जैसे ही लॉगिन की प्रक्रिया को पूरा करते है उसके बाद कंप्युटर पर परीक्षा से समबंधित दिशा निर्देश और जानकारीया दिखाई जाती है जिसको की ध्यानपूर्वक पढ़कर आगे बढ़ना होता है जिसके बाद परीक्षा शुरू हो जाती है आपके सामने समस्त सवाल एक एक कर के आ जाते है जिन्हे सफलतापूर्वल हल करके अंत मे Submit करना होता है।

सीबीटी परीक्षा देते वक्त किन बातों का ध्यान रखे –

सीबीटी परीक्षा देते वक्त हमें कुछ महत्वपूर्ण बातों का विशेष ध्यान रखना होता है जो की कुछ इस प्रकार है –

  1. सीबीटी परीक्षा शुरू करने से पहले कंप्युटर पर कुछ दिशा निर्देश और जानकारीया दी जाती है जिन्हे ध्यानपूर्वक पढ़ना बेहद आवश्यक है नहीं तो परीक्षा के दौरान परेशानी हो सकती है।
  2. सीबीटी परीक्षा देने के लिए कंप्युटर पर अपने खाते से लॉगिन करना होता है जिस वजह से परीक्षा मे अपना रोल नंबर और पासवर्ड अवश्य ही लाए।
  3. जब सीबीटी परीक्षा शुरू हो जाती है तब सारी चीजों को अच्छे से जांच ले की कहीं पर तकनीकी गड़बड़ी की वजह से कोई परेशानी तो नहीं हुई है।
  4. सीबीटी परीक्षा के दौरान चीटिंग या भी फिर सिस्टम मे कोई छेड़छाड़ करने की कोशिश न करे नहीं तो आपका पेपर सिस्टम द्वारा खुद से ही बंद कर दिया जाएगा।
  5. ऑनलाइन परीक्षा को ही कई बार सीबीटी परीक्षा कहा जाता है ऐसे मे कहीं ऑनलाइन परीक्षा की बात हो रही है तब आप समझ जाए की सीबीटी परीक्षा की ही बात हो रही है।

कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट के फायदे

कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट दरअसल परीक्षा लेने का एक नया तरीका है जिसके कई सारे फायदे है जैसे –

  1. सीबीटी की परीक्षाओ का परिणाम कम समय मे ही काफी जल्द जारी कीया जा सकता है क्योंकि इसमे काफी सारी चीजे Automatic हो जाती है।
  2. सीबीटी की परीक्षाओ मे हार्ड कॉपी, प्रश्न पत्र जैसी चीजों की बचत होती है यहाँ पर कंप्युटर पर ही सब काम हो जाता है।
  3. सीबीटी परीक्षाओ मे नकल होने की संभावना काफी कम होती है अगर कोई उम्मीदवार या छात्र बार बार चीटिंग करने की कोशिश करता है तब कंप्युटर खुद से ही उसके पेपर को बंद कर देता है।
  4. सीबीटी परीक्षाओ मे समय की काफी बचत होती है क्योंकि यहाँ पर अधिकतर कार्य कंप्युटर खुद से ही कर देता है।
  5. इसमे पेपर लीक होने जैसी परेशानीयो की संभावना काफी कम होती है।

कंप्युटर बेस्ड टेस्ट के नुकसान

सीबीटी के परीक्षाओ के नुकसान काफी कम है यहाँ पर सभी चीजे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मे और डिजिटली होती है ऐसे मे कभी कभी सिस्टम मे कोई तकनीकी खराबी होने की वजह से परीक्षा मे गड़बड़ी होने की संभावना बनी रहती है लेकिन ऐसा बहुत ही कम Cases मे होता है इसके अलावा सिस्टम हैक होने की संभावना होती है हैकिंग के द्वारा चीटिंग जैसे अनैतिक कार्य हो सकते है लेकिन इस तरह की चीजे होने की संभावना न के बराबर होती है।

निष्कर्ष

सीबीटी एक तरह की ऑनलाइन परीक्षा है जिसे कंप्युटर की मदद से जारी क्या जाता है यहाँ पर Objective प्रश्न पूछे जाते है एवं प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के रूप मे मौजूद चार विकल्प मौजूद होते है जिसमे से प्रश्न के सही उत्तर का चयन करना होता है इसमे एक निश्चित समय सीमा दी जाती है जिसका Countdown कंप्युटर स्क्रीन पर चलता रहता है और समय खत्म होने के बाद पेपर ऑटोमैटिक Submit हो जाती है।

हमें उम्मीद है की आज का यह लेख जिसमे मैंने आप सभी पाठको के साथ कंप्यूटर बेस्ड टेस्ट क्या है (What is CBT in Hindi) से सारी विस्तार से साझा करने की कोशिश की है वह आपके लिए काफी काम का रहा होगा, अगर आपके दिमाग मे इस विषय से जुड़ा कोई सवाल है तब उसे आप बेझिझक नीचे Comment मे लिख सकते है।

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