शायद एनालॉग सिग्नल और डिजिटल सिग्नल क्या है? यह सवाल आपके भी मन मे होगा तभी आप यहाँ तक आए हैं। इस पोस्ट के माध्यम से हमने एनालॉग सिग्नल और डिजिटल सिग्नल के बारे मे संबंधित सभी जानकारी संक्षिप्त मे देने की कोशिश की हैं, अगर आप एनालॉग सिग्नल और डिजिटल सिग्नल को सरल भाषा मे विस्तार से समझना चाहते हैं तो यह लेख आपकी कॉफी मदद कर सकता हैं।
टेक्नोलॉजी इतना विकसित होने के पीछे भौतिक विज्ञान का बहुत बड़ा योगदान रहा हैं, जिसके अंतर्गत हम सभी प्रकार की डिजिटल टेक्नोलॉजी और मशीन इत्यादि के Concepts को समझते हैं। अगर आप एक भौतिक विज्ञान के छात्र हैं तो आपको यह तो अवश्य पता होगा की सिग्नल भी भौतिक विज्ञान का ही Concepts हैं।
जिसके अंतर्गत एनालॉग सिग्नल और डिजिटल सिग्नल आते हैं, यह दोनों सिग्नल इलेक्ट्रिसिटी की इस दुनिया बहुत ही महत्वपूर्ण हैं जिनके बारे मे टेक्नोलॉजी मे इन्टरेस्ट रखने वाले हर एक व्यक्ति को जानना चाहिए और यह Concepts उन छात्र छात्राओ के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं जो की टेक्नोलॉजी के क्षेत्र मे अपना करिअर बनाना चाहते हैं।
तो चलिए अब विस्तारपूर्ण What is Analog Signal and Digital signal in Hindi के बारे मे जानते हैं और यह सीखते हैं की आखिर एनालॉग सिग्नल और डिजिटल सिग्नल क्या होता हैं।
एनालॉग सिग्नल क्या है – What is Analog Signal in Hindi
समय के साथ लगातार परिवर्तन की क्रिया करने वाले सिग्नल यानी संकेत को हम एनालॉग सिग्नल कहते हैं, यह सिग्नल समय के साथ किसी भी Value मे परिवर्तित होने मे सक्षम होता हैं। इसके अंतर्गत ध्वनि, तापमान, थर्मामीटर इत्यादि आती हैं व यह सब एक एनालॉग सिग्नल के उदाहरण हैं। एक एनालॉग सिग्नल मे Noise (Unwanted signal) का प्रभाव अधिक होता हैं।
एनालॉग सिग्नल को Sine wave के द्वारा परिभाषित (Represent) किया जाता हैं, इस सिग्नल का इस्तेमाल जहां पर बैंडविड्थ कम होता हैं वहाँ पर किया जाता है, एक एनालॉग सिग्नल का हार्डवेयर Non Flexible होता हैं व साथ मे एनालॉग सिग्नल का कोई भी निश्चित सीमा नहीं होता हैं जिसकी वजह से एनालॉग सिग्नल किसी भी Value मे परिवर्तित हो जाता हैं।
एनालॉग सिग्नल के फायदे – Advantages of Analog signal
एनालॉग सिग्नल मे Noise का प्रभाव अधिक हैं लेकिन इसके कुछ बहुत ही अधिक फायदे जो की निम्नलिखित है।
- एनालॉग सिग्नल समय के साथ परिवर्तित होता हैं इसीलिए यह प्रोसेस करने मे आसान होते हैं।
- एनालॉग सिग्नल ध्वनि और वीडियो को प्रसारण करने के लिए सबसे अच्छे और बेहतर होते हैं।
- एनालॉग सिग्नल अधिक घनत्व वाले सिग्नल होने के कारण यह अधिक से अधिक परिष्कृत जानकारी को प्रस्तुत करने मे सक्षम होते हैं।
- एनालॉग सिग्नल डिजिटल सिग्नल के मुकाबले कम बैंडविड्थ उपयोग मे लाता हैं जिसकी वजह से कम बैंडविड्थ जैसे कामों मे एनालॉग सिग्नल का उपयोग किया जाता हैं।
- एनालॉग सिग्नल पोर्टेबल होता हैं व एनालॉग सिग्नल साउन्ड को बेहतर तरीके से प्रस्तुत करता हैं जो की एनालॉग सिग्नल को और बेहतर बनाता हैं।
एनालॉग सिग्नल के नुकसान – Disadvantages of Analog signal
जिस तरह एनालॉग सिग्नल के फायदे अधिक हैं उसी तरह एनालॉग सिग्नल के कुछ नुकसान भी जो की निम्नलिखित हैं।
- डिजिटल सिग्नल के मुकाबले एनालॉग सिग्नल बहुत कम गुणवत्ता के होते हैं।
- एनालॉग सिग्नल के तार कॉफी महंगे होते हैं जिन्हे आसानी से पोर्टेबल भी नहीं किया जा सकता हैं।
- एनालॉग सिग्नल मे डिजिटल Models की कमी अधिक होती हैं।
- एनालॉग सिग्नल खराब Quality के Multi यूजर इंटरफेस होते हैं जो वाकई मे इतने अच्छे नहीं होते हैं।
- एनालॉग सिग्नल मे मे un wanted सिग्नल का प्रभाव अधिक पड़ता हैं जिसकी वजह से Volt थोड़ा अधिक होता हैं।
डिजिटल सिग्नल क्या है – What is Digital Signal in Hindi
डिजिटल सिग्नल ऐसा संकेत हैं जो असतत् (discrete) मूल्यों के क्रम के हिसाब से डेटा को प्रदर्शित करता हैं मतलब यह एक ऐसा संकेत हैं जिसमे समय के साथ असतत् स्तर होते हैं, इसमे लगातार Values परिवर्तित नहीं होता हैं इसकी Values एक निश्चित सीमा पर होती हैं, जिसकी वजह से एक डिजिटल सिग्नल मे बाइनरी नंबर सिस्टम का उपयोग किया जाता हैं ।
डिजिटल सिग्नल के अतर्गत कंप्युटर डेटा, डिजिटल घड़ी, CD’s, DVD’s इत्यादि एक डिजिटल सिग्नल के उदाहरण हैं। डिजिटल सिग्नल मे किसी भी प्रकार के values को नहीं ले सकते हैं यह एक निर्धारित values को ही Accept करता हैं जिसके कारण इसमे Noise का प्रभाव भी बहुत कम होता है व डिजिटल सिग्नल को Squire wave मे परिभाषित (Represent) किया जाता हैं।
डिजिटल सिग्नल के फायदे – Advantages of Digital signal
वर्तमान का समय पूरी तरह से डिजिटल हैं इसीलिए डिजिटल सिग्नल के फायदे बहुत सारे हैं जो नीचे दिए गए हैं।
- डिजिटल सिग्नल मे Unwanted सिग्नल का प्रभाव बहुत कम पड़ता हैं जिसकी वजह डिजिटल सिग्नल हस्तक्षेप के साथ Provide कर सकते हैं।
- डिजिटल सिग्नल को कम खर्चे के साथ पुनः Present कर सकते हैं।
- डिजिटल सिग्नल के डिजिटल डेटा को आसानी से Compress कर सकते हैं।
- डिजिटल सिग्नल को अधिक दूरी तक बड़ी ही आसानी के साथ प्रेषित किया जा सकता हैं।
- डिजिटल सिग्नल के सिस्टम बेहद सटीक होते हैं जिसकी वजह से Errors बहुत ही कम होते हैं।
डिजिटल सिग्नल के नुकसान – Disadvantages of digital signal
जिस तरह एनालॉग सिग्नल के फायदे और नुकसान दोनों हैं उसी तरह डिजिटल सिग्नल के भी फ़ायदों के साथ नुकसान भी जो की नीचे दिए गए हैं।
- डिजिटल सिग्नल के प्रोसेस की गति सीमित होती हैं।
- एनालॉग सिग्नल के मुकाबले डिजिटल सिग्नल मे अधिक बैंडविड्थ की आवश्यकता होती हैं।
- डिजिटल सिग्नल के डिजिटल सिस्टम और प्रोसेस अधिक कठिन हैं।
निष्कर्ष
अब आपने एनालॉग सिग्नल और डिजिटल सिग्नल के बारे मे विस्तारपूर्ण जानकारी प्राप्त कर ली होगी। उम्मीद हैं की इस लेख को पढ़कर आपने यह जान और सिख लिया होगा की एनालॉग सिग्नल और डिजिटल सिग्नल क्या है? अगर आपके मन मे इंटरनेट, टेक्नोलॉजी से संबंधित कोई भी सवाल हैं तो आप उस सवाल को नीचे कमेन्ट मे लिखकर पूछ सकते हैं।
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