असल दुनिया की ही तरह इंटरनेट और कंप्युटर की भी एक डिजिटल दुनिया है जिससे की पूरी दुनियाभर के लोग जुड़े हुए है यहाँ पर हम मिनटों मे ही अपनी कोई भी बात लाखों लोगों तक घर बैठे पहुँचा सकते है जहां पर भी असल दुनिया की तरह ही अपराध भी होते है जिन्हे अक्सर साइबर क्राइम कहा जाता है और शायद इसी वजह से साइबर कानून बनाया गया है लेकिन आज भी अधिकतर उपयोगकर्ताओ को Cyber Law Kya Hai? इस बारे मे बिल्कुल भी जानकारी नहीं है।
हमारे जीवन मे जिस तरह बाकी सारी चीजों की अहमियत है उसी तरह सरकार द्वारा बनाए गए कानूनों की भी अहमियत है ताकि सभी नागरिक एक समान हो किसी पर कोई दबाव न हो, इन कानूनों के बारे मे अक्सर एक आम व्यक्ति को थोड़ी बहुत तो जानकारी होती ही है जिस वजह से वे कानून के नियमों का पालन करता है लेकिन साइबर कानून भी है जिसके बारे मे लोगों को पता नहीं होने की वजह से वे इसका शिकार हो रहे है।
अगर हम मोबाइल मे इंटरनेट या कंप्युटर का इस्तेमाल कर रहे है तब हम ऑनलाइन की दुनिया से जुड़े हुए है ऐसे मे साइबर कानून के बारे मे हम सभी को जानना बेहद आवश्यक है ताकि हम इससे बच सके और ऑनलाइन भी पूरी तरह से सुरक्षित रहे, इसी वजह से इस लेख मे हम सभी साइबर कानून क्या है यह क्यों जरूरी है? इससे जुड़ी समस्त जानकारीयो को विस्तार से जानेंगे।
साइबर कानून क्या है – What is Cyber Laws in Hindi
साइबर कानून को इंटरनेट कानून या साइबर क्राइम का कानून जैसे नामों से जाना जाता है यह कानून का ही एक हिस्सा है जो की इंटरनेट, कंप्युटर और ऑनलाइन हो रहे अपराध जिन्हे साइबर क्राइम के नाम से जाना जाता है उन्हे रोकने के लिए बनाया गया है यह कानून इंटरनेट, ऑनलाइन गतिविधिया और कंप्युटर सिस्टम जैसी चीजों पर लागू होता है।
इस कानून के तहत इंटरनेट की दुनिया मे खुले आम अनैतिक कार्य नहीं किया जा सकता है साइबर कानून का उलँघन करने को ही साइबर क्राइम कहा जाता है, इस साइबर कानून का उलँघन करने पर आरोपी के विरुद्ध सख्त से सख्त कार्यवाही की जाती है।
साइबर क्राइम इंटरनेट या ऑनलाइन की दुनिया मे किए जाने वाला अपराध है जैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी करना, किसी का डेटा चुराना, इंटरनेट पर बाल अश्लीलता फैलाना, ऑनलाइन डराना धमकाना, हैकिंग इत्यादि इन्ही सभी अपराधों को रोकने हेतु साइबर कानून पारित किया गया, साइबर कानून को हम एक तरह से इंटरनेट की डिजिटल दुनिया का कानून कह सकते है जिस तरह से असल दुनिया मे अनैतिक कार्यो को रोकने हेतु कानून बनाया गया है उसी तरह इंटरनेट की दुनिया मे अनैतिक कार्यो को रोकने हेतु साइबर कानून बनाया गया है।
भारत के वर्ष 2000 के आईटी सेक्टर से जुड़े कानूनों मे और अधिनियम कानूनों को जोड़कर वर्ष 2008 मे साइबर कानून को भारत मे पारित किया गया था यही से साइबर कानून को कानून का ही एक हिस्सा बनाया गया, यह इंटरनेट, कंप्युटर एवं समस्त डिजिटल चीजों के मुद्दों से जुड़ा हुआ है जहां पर की साइबर आतंकवाद, ऑनलाइन उत्पीड़न, ऑनलाइन बाल अश्लीलता, डेटा सुरक्षा, डिजिटल पायरेसी, ऑनलाइन धोखाधड़ी, साइबर बुलिन्ग इत्यादि शामिल है।
साइबर कानून क्यों जरूरी है?
जिस तरह हमारे असल जिंदगी या भौतिक दुनिया मे देश के नागरिकों पर नियंत्रण रखने हेतु और देश के सभी नागरिकों को समान हक दिलाने के लिए कानून की व्यवस्था होना बेहद आवश्यक है कुछ उसी तरह से ही इंटरनेट या कंप्युटर की एक अलग डिजिटल दुनिया है जहां पर भी अनैतिक लोगों द्वारा अनैतिक कार्य किए जा सकते है जिससे असल जिंदगी या भौतिक दुनिया गलत प्रभाव पड़ता है और अनैतिक कार्य होते है।
ऐसे मे ऑनलाइन या इंटरनेट, कंप्युटर पर या इनके द्वारा किए जाने वाले अनैतिक कार्य या अपराधों को रोकने हेतु साइबर कानून आवश्यक है, जिससे की इंटरनेट या कंप्युटर का इस्तेमाल करने वाले उपयोगकर्ता मर्यादा मे रहकर इन सब चीजों का इस्तेमाल करे।
साइबर कानून के क्या उद्देश्य है?
इंटरनेट और इस कंप्युटर सिस्टम के ऑनलाइन दुनिया हेतु साइबर कानून के अनेक उद्देश्य है जिनमे से कुछ प्रमुख उद्देश्य निम्नलिखित है –
1. डेटा की गोपनीयता
ऑनलाइन सभी उपयोगकर्ता अपने Personal से लेकर सभी तरह डेटा को साझा करते है ऐसे मे कोई भी व्यक्ति उस डेटा का उपयोगी गलत कार्यो के लिए भी कर सकता है ऐसे मे साइबर कानून हमारे डेटा की गोपनीयता बनाए रखता है और उसे सुरक्षा प्रदान करता है।
2. साइबर सुरक्षा
इंटरनेट या कंप्युटर सिस्टम का उपयोग करके उपयोगकर्ताओ के अलग अलग सिस्टम के हैकिंग करना और उसका गलत उपयोग करना, कई सारे अपराधियों द्वारा किया जाता है ऐसे मे साइबर कानून साइबर सुरक्षा प्रदान करता है जिससे हैकिंग जैसे अपराधों को रोका जाता है।
3. Intellectual Property की सुरक्षा
साइबर कानून अलग अलग तरह की Intellectual Property या डिजिटल प्रॉपर्टी का सुरक्षा प्रदान करता है क्योंकि साइबर कानून के तहत Copyrights, Trademarks जैसे विभिन्न कानून शामिल होते है जो की आपके डिजिटल प्रॉपर्टी को सुरक्षा प्रदान करता है।
4. साइबर अपराध
इंटरनेट और इस कंप्युटर की दुनिया मे साइबर अपराध एक आम बात सा है साइबर कानून के बिना यहाँ पर साइबर अपराधियों द्वारा साइबर अपराध करना काफी आसान हो जाता है ऐसे मे साइबर कानून ही साइबर अपराध को रोकने मे मदद करता है।
5. ऑनलाइन लेनदेन
वर्तमान समय मे इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के जरिए ऑनलाइन वित्तीय से जुड़े लेनदेन काफी अधिक होते है साइबर कानून इन वित्तीय लेनदेन के लिए विभिन्न नियम प्रदान करता है जिससे की वित्तीय लेनदेन मे किसी तरह की परेशानी होने की संभावना काफी कम हो जाती है।
6. ई कॉमर्स जैसे चीजों को बढ़ावा
साइबर कानून की वजह से ही शायद ई कॉमर्स जैसी चीजों को काफी बढ़ावा मिला है आज लोग ऑनलाइन किसी भी तरह की सेवाये या उत्पाद बेच सकते है अगर साइबर कानून न होता तो ई कॉमर्स जैसी इंडस्ट्री सफल नहीं हो पाती क्योंकि उपयोगकर्ता और व्यवसायी सभी अपनी मनमानी करते, वही पर साइबर कानून की वजह से सभी के लिए एक नियम है जिस दायरे मे सबको रहना पड़ता है।
नोट : साइबर कानून अलग अलग देशों के हिसाब से अलग अलग हो सकते है लेकिन सभी देशों के साइबर कानून मे काफी सारी चीजे एक सामान होती है जैसे हैकिंग, ऑनलाइन धोखाधड़ी जैसे अनैतिक कार्य को अपराध की Category मे रखना इत्यादि।
साइबर कानून के फायदे क्या है?
इस तकनिक समय मे साइबर कानून की काफी अधिक आवश्यकता है इसके कया सारे अनेक फायदे है जैसे –
- साइबर कानून की वजह से ही साइबर अपराध को रोका जा सकता है।
- साइबर कानून होने से ऑनलाइन अनैतिक गतिविधियों पर रोक लग जाती है जिससे आम उपयोगकर्ताओ के साथ किसी तरह की अनैतिक गतिविधिया नहीं होती है।
- डेटा एक काफी अहम जानकारी होती है साइबर कानून की वजह से उपयोगकर्ताओ का डेटा लगभग सुरक्षित होता ही है।
- गलत उद्देश्य के लिए किया गया हैकिंग काफी नुकसानदेह होता है साइबर कानून की वजह से इसमे रोक लगाई गई है जिसकी वजह से आज हम सभी हैकिंग से लगभग सुरक्षित है।
- साइबर कानून की वजह से आज उपयोगकर्ता इंटरनेट या कंप्युटर सिस्टम जैसी चीजों का इस्तेमाल सुरक्षित तरीके से कर सकता है।
क्या साइबर कानून से कोई नुकसान है?
साइबर कानून से आम नागरिक को किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं है बल्कि कई सारे फायदे है और सामान्य लोगों या उपयोगकर्ताओ के लिए काफी जरूरी है लेकिन वहीं पर जो व्यक्ति इंटरनेट या किसी कंप्युटर सिस्टम का उपयोग गलत कार्यो या अनैतिक कार्यो को अंजाम देने के लिए करते है उनके लिए काफी नुकसान है क्योंकि अब उनके मंसूबे इतनी आसानी से कामयाब नहीं होंगे।
दूसरी चीज अगर वह इंटरनेट या कंप्युटर सिस्टम के द्वारा गलत कार्य करता है तब इसके लिए उसे पुलिस कड़ी से कड़ी सजा देगी।
निष्कर्ष
साइबर कानून साइबर अपराधों को रोकने के लिए बेहद ही आवश्यक है क्योंकि साइबर कानून ऑनलाइन गतिविधियों, इंटरनेट और कंप्युटर सिस्टम जैसी डिजिटल चीजों पर लागू होता है और इन्ही के द्वारा ही या इन्ही पर ही साइबर अपराध किए जाते है ऐसे मे सभी गलत चीजों पर पाबंदी लग जाती है और कोई भी व्यक्ति इंटरनेट या कंप्युटर सिस्टम पर गलत कार्य करता है तब उसके इसके लिए कठोर सजा दी जाती है।
उम्मीद है की अब आप काफी अच्छे से यह जान और समझ चुके होंगे की आखिर साइबर कानून क्या है (What is Cyber Laws in Hindi), अब अगर आपके मन मे इससे जुड़ा कोई सवाल या इस लेख से जुड़ा कोई सुझाव है तब आप उसे बिना किसी झिझक के नीचे Comment Box मे Type कर सकते है।