आजकल Computer Basic Knowledge in Hindi का होना बेहद आवश्यक है। अगर आप भविष्य में अच्छा पैसा कमाना चाहते है तो आपके पास कंप्यूटर का ज्ञान होना आवश्यक है। अब तो हर घर में कंप्यूटर देखने को मिल रहा है, अत: कंप्यूटर बेसिक नॉलेज के बारे बहुत जरूरी है।
इस लेख में हम कंप्यूटर से संबंधित कंप्यूटर बेसिक नॉलेज इन हिंदी में प्राप्त करेंगे। जैसे, कंप्यूटर क्या है, Computer की फुल फॉर्म, कंप्यूटर प्रकार, कंप्यूटर के मुख्य भाग, Computer Skills, Computer Course और कंप्यूटर चालू करने की विधि इत्यादि।
कंप्यूटर क्या है – Computer Basic Knowledge in Hindi
Computer Kya Hai, यह एक स्वचालित इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस है, जिसे गणना करने के लिए बनाया गया था। हालांकि वर्तमान में कंप्यूटर के अनेको उपयोग हैं।
कंप्यूटर एक ऐसा डिवाइस है जिसमें इनपुट के तौर पर Information दी जाती है, और कंप्यूटर प्रोसेस करके आउटपुट के रूप में जरूरी जानकारी देता है। एक बेसिक कंप्यूटर में चार भाग होते हैं, Display, Mouse, Motherboard और CPU.
Computer की प्रणाली को हम एक उदाहरण से समझ सकते है। माना हमें आम रस बनाना है। इसके लिए हम मिक्सर (CPU) लेंगे, और उसमें आम के पल्प, शक्कर और दूध (Inputs) डालेंगे। इसके बाद मिक्सर को शुरू करेंगे, और कुछ देर में आम रस (Output) प्राप्त करेंगे।
यहां पर आम के पल्प, शक्कर और दूध इनपुट है, जो मिक्सर (CPU) में डाले जाते है। इसके बाद मिक्सर यानी कंप्यूटर सिस्टम Process करता है। और अंत में ज्यूस यानी Output के रूप में जानकारी देता है।
कंप्यूटर की फुल फॉर्म क्या है
कंप्यूटर एक अद्भुद डिवाइस है जो हमारे सभी मुश्किल काम को आसान बना देता है। आज इसका इस्तेमाल फिल्मे बनाने, ऑफिस वर्क, विडियो एडिटिंग इत्यादि के लिए किया जाता है। इस आधार पर कंप्यूटर की Full Form निम्न प्रकार है।
- C= Common
- O= Oriented
- M= Machine
- P= Particular
- U= United and Used under
- T= Technical and
- E= Educational
- R= Research
Computer full Form है, ‘Common Oriented Machine Particular United and Used under Technical and Educational Research’. आपको अन्य साइट पर कंप्यूटर की थोड़ी अलग फुल फॉर्म मिल सकती है। क्योंकि कंप्यूटर की वास्तिविक कोई फुल फोर्म नही है, लेकिन इसे समझने के उद्देश्य इसकी फुल फॉर्म बनाई गयी है।
यह कुछ कंप्यूटर बेसिक नॉलेज इन हिंदी है, जो काफी उपयोगी है।
कंप्यूटर कैसे काम करता है
कंप्यूटर हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर की मदद से काम करता है, जिसमें इनपुट, आउटपुट और प्रोसेसिंग डिवाइस शामिल होते हैं। कंप्यूटर इन्ही तीन मुख्य आधार पर काम करता है। मतलब कंप्यूटर सबसे पहले इनपुट लेगा और फिर उसे प्रोसेस करेगा। अंत: परिणाम के रूप मे आउटपुट देगा।
- Input – Process – Output
कंप्यूटर को अलग-अलग काम में उपयोग करने के लिए कम्प्यूटर के साथ अनेक तरह के डिवाइस जोड़े जाते हैं। जैसे पर्सनल उपयोग के लिए Monitor, CPU, Keyboard और Mouse के अलावा स्पीकर, प्रिंटर को जोड़ सकते हैं। इसी तरह एडिटिंग कंप्यूटर में बहुत सारी चीजे जोड़ी जाती है।
अत: कंप्यूटर अनेक काम कर सकता है, बसर्ते उसे अलग-अलग काम के लिए मोडिफाई किया जाता हैं। हालांकि कंप्यूटर की कार्य प्रणाली इनपुट से प्रोसेस और प्रोसेस से आउटपुट के रूप में कार्य करती है।
Input और Output Device क्या हैं
इनपुट और आउटपुट ऐसे डिवाइस हैं, जो कंप्यूटर को जानकारी देने और प्राप्त करने के लिए आवश्यक होते है। इन्ही की मदद से हम अपनी जानकारी कंप्यूटर में डालते है, जो कंप्यूटर उस जानकारी को प्रोसेस करता है। उसके बाद सही जानकारी को हमारे सामने आउटपुट डिवाइस के रूप में प्रदर्शित करता है।
इनपुट क्या है
Input ऐसे डाटा या Instruction होते हैं जो कंप्यूटर को दिये जाते हैं। और यह इनपुट हम Input Device से देते हैं, जैसे- Keyboard, Mouse, Scannerइत्यादि।
उदाहरण– जब आप अपने कंप्यूटर या लेपटॉप को खोलते है तो उसके लिए कीबोर्ड से पासवर्ड टाइप करते है। यहां पासवर्ड इंपुट है, जो आप इंपुट डिवाइस यानी कीबोर्ड की मदद से देते है।
ऑउटपुट क्या है
यह ऐसे डिवाइस होते हैं जो कंप्यूटर से जानकारी प्राप्त करते है। और उसे हमारे सामने प्रदर्शित करते है। उदाहरण के लिए कंप्यूटर स्क्रीन पर जवाबी जानकारी, प्रिंट निकालना, स्पीकर से म्यूजिक सुनना इत्यादि। आउट के रूप में अनेको डिवाइस मौजुद है, जैसे प्रिंटर, हेडफोन, कंप्यूटर डिस्प्ले, प्रोजेक्टर, फैक्स मशीन इत्यादि।
उदाहरण : जब हम किसी डॉक्यूमेंट की फोटोकॉपी निकालते है। तब सबसे पहले हम Input के रूप में पहले फोटो डालते है। उसके बाद कंप्यूटर प्रिंट निकालने के लिए Process करता है। अंत में प्रिंटर उस प्रिंट को कागज पर निकालता है।
Input Devices | Output Devices |
Keyboard | Monitor |
Mouse | Printer |
Joystick | Speaker |
Track Ball | Projector |
Scanner | Plotter |
Digitizer | Television |
Microphone | Video Card |
OCR, OMR, BCR, MIRC, MICH | Headphone |
Input & Output Device
आजकल मार्केट में कुछ ऐसे भी डिवाइस है, जो इनपुट और आउटपुट दोनों तरह से कार्य करते हैं। जैसे- Digital Camera, Pen drive, Touch Screen, CD/DVD, Webcam, Fax, Modem इत्यादि।
Hardware और Software क्या हैं
अगर हम कंप्यूटर बेसिक नॉलेज इन हिंदी की बात करे तो हमे पता होना चाहिए कि हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर क्या है? वैसे ये दोनों ही कंप्यूटर के अहम भाग हैं। इन्हे हम एक-एक करके जानेंगे।
कंप्यूटर के हार्डवेयर
हार्डवेयर कंप्यूटर के भौतिक डिवाइस होते हैं, जिन्हे हम छू और देख सकते हैं। हालांकि सॉफ्टवेयर को हम सिर्फ देख सकते है, लेकिन छू नही सकते है। जैसा कि मैने आपको बताया कि कंप्यूटर के पांच मुख्य भाग होते है, जिसके आधार पर कंप्यूटर चलता है। जैसे- CPU, Monitor, Mouser, Keyboard, UPS इत्यादि।
- सीपीयू (CPU)- इसे कंप्यूटर का दिमाग कहा जाता है, जो कंप्यूटर प्रोग्राम बनाने वाले निर्देशों को निष्पादित करता है। CPU यानी Central Processing Unit, जो इंपुट को प्रोसेस करने का कार्य करता है। कंप्यूटर का यही भाग है, जो पूरे कंप्यूटर को कंट्रोल करता है।
- मॉनिटर (Monitor)- यह एक Output Device है जो कंप्यूटर प्रोसेस के बाद Output के रूप में रिजल्ट दिखाता या देता है। मॉनिटर आजकल अनेक तरह के आते हैं। आमतौर पर यह दो प्रकार का होता हैं, LCD Monitor और CRT Monitor.
- माउस (Mouse)- हम जानते है कि कंप्यूटर में किसी भी सॉफ्टवेयर को क्लिक करने के लिए कर्सर होता है, जो माउस से कंट्रोल होता है। माउस में सामान्यत: Left Button, Right Button और स्क्रॉलर होता हैं। वर्तमान में तो वायरलेस माउस में आते हैं।
- कीबोर्ड (Keyboard)- यह भी इनपुट डिवाइस है जिसकी मदद से हम टाइप करते है। इससे हम input के तौर पर सुचना टाइप कर सकते है। आजकल यह भी मार्केट में दो प्रकार का मिलता हैं- 1. केबल कीबोर्ड और 2. वायरलेस कीबोर्ड
- यूपीएस (UPS)- इसका पुरा नाम ‘Uninterruptible Power Supply’ है। कंप्यूटर सीधे ही बिजली से चलता है, लेकिन लाइट अचानक चली जाए तो कंप्यूटर पर किया गया पूरा काम खराब हो सकता है। इसलिए UPS इस्तेमाल करते है जो बिजली जाने पर भी 15 मिनट का समय देता है, जिसमें हम अपने जरूरी काम को पुरा करके कंप्यूटर बंद कर सकते हैं।
ध्यान दे कि इसके अलावा भी अनेको हार्डवेयर डिवाइस होते हैं जिन्हे हम छू और देख सकते हैं। जैसे- Motherboard, Microprocessor, Computer Memory, Modem, Video Card, Network Device, CD Drives, Floppy Drive इत्यादि।
कंप्यूटर के सॉफ्टवेयर
जैसा की मैने आपको बताया कि सॉफ्टवेयर को हम देख कर समझ सकते है, लेकिन उन्हे छू नही सकते है। क्योंकि यह हमारे कंप्यूटर के अंदर होते है, जो डिजिटल रूप में होते है। सॉफ्टवेयर को हम मुख्य तौर पर दो भागों में बांट सकते हैं।
- सिस्टम सॉफ्टवेयर– इसे Operating System (OS) के रूप में भी जाना जाता है। OS कंप्यूटर को कंट्रोल करने वाला सिस्टम होता है, जो कंप्यूटर को दिशानिर्देश देता है। यह अनेक तरह के होते हैं। जैसे- Microsoft Windows 7, Window 8, Window 10, Window 11, Window XP, Linux, Apple Mac इत्यादि।
- एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर– यह किसी विशेश कार्य को करने के लिए डिजाइन किये गये एप्लिकेशन सॉफ्टवेयर होते हैं। इन्हे हम App भी कह सकते हैं। इनका इस्तेमा किसी विशेष कार्य को करने के लिए करते है। जैसे- MS Paint, MS Word, Notepad, Google Chrome, Filmora, VLC Media Player, Firefox इत्यादि।
कंप्यूटर के प्रकार (computer basic knowledge in Hindi)
आजकल कंप्यूटर अलग-अलग उद्देश्यों के कारण अनेक प्रकार के हैं, जैसे अनुप्रयोग, उद्देश्य और आकार के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार।
अनुप्रयोग के अधार पर कंप्यूटर को मुख्य तीन भागों में बांटा गया है। जैसे-
#1. एनालॉग कंप्यूटर (Analogue Computer)
इस प्रकार के कंप्यूटर का प्रमुख उपयोग विज्ञान और इंजीनियरिंग क्षैत्र मे किया जाता हैं। क्योंकि इन क्षैत्रों में मात्राओं की गणना का अधिक उपयोग होता है। यह कंप्यूटर पूर्ण रूप से शुद्ध परिणाम नही देते है, लेकिन 99% परिणाम सही होते है।
यह कंप्यूटर भौतिक मात्राओं जैसे दाब, तापमान, लंबाई इत्यादि को मापकर उनके परिणाम को अंको प्रदर्शित करते है।
#2. डिजिटल कंप्यूटर (Digital Computer)
Digit का अर्थ “अंक” होता है। इस कंप्यूटर में घड़ी अथवा कैलकुलेटर इत्यादि डिजिटल पद्धति में होते है। वर्तमान में सामान्यत: सभी जगहों पर डिजिटल कंप्यूटर का काफी ज्यादा उपयोग हो रहा है।
#3. हाइब्रिड कंप्यूटर (Hybrid Computer)
हाइब्रिड का मतलब संकरित गुण-धर्म युक्त होना। अर्थात् यह कंप्यूटर एनालॉग और डिजिटल कंप्यूटर दोनों का सम्मिलित रूप है। हाइब्रिड कंप्यूटर डिजिटल और एनालॉग दोनों तरह का काम कर सकता है।
यह कंप्यूटर एनलॉग संकेतों को डिजिटल संकेतों में और डिजिटल संकेतों को एनालॉग संकेतों मे परिवर्तित करता है।
इसके अलावा कंप्यूटर को उद्देश्य के आधार पर अनेक प्रकार के कंप्यूटर मे बांटा हैं। जैसे-
- General Purpose Computer,
- Special Purpose Computer,
- Machine Inbuilt Purpose Computer,
- Users Friendly Computers,
- High Intelligent Machine,
- Knowledge Information Processing System,
तकनीकी के आधार पर कंप्यूटर को चार प्रकार में बांटा गया है। जैसे-
- Micro Computer,
- Mini Computer,
- Main Frame Computer,
- Super Computer,
कंप्यूटर को चालू कैसे करे
अगर आप कंप्यूटर बेसिक नॉलेज इन हिंदी में चाहते है, तो यह जानना बेहद जरूरी है कि कंप्यूटर को चालू कैसे करे। इसके लिए आपको सिर्फ 6 स्टेप्स फोलो करना हैं। और आपका computer खुल जाएगा।
- सर्वप्रथम अपने कम्प्यूटर के Main Electricity Switch को चालू करे,
- इसके साथ ही CPU का पावर बटन दबाना है,
- CPU के पावर बटन के साथ, अगर UPS हो तो UPS का बटन भी दबाना है,
- इससे आपका कंप्यूटर Boot होने लगेगा और थोड़ी देर बाद स्क्रीन पर Login Screen आ दिखाई देगी,
- इसके बाद आपको पासवर्ड डालना है, जिसके बाद कंप्यूटर चालू हो जाएगा।
- अब आप कंप्यूटर को माउस के राइट क्लिक से 5 से 10 बार रिफ्रेश करने के बाद काम शुरू कर सकते हैं।
कंप्यूटर को बंद कैसे करे
Computer को चालू करने के साथ-साथ बंद करने का भी computer basic knowledge होना चाहिए। कंप्यूटर को हम दो तरिके से बंद कर सकते हैं।
पहला तरिका
- कंप्यूटर की स्क्रीन पर और कीबोर्ड पर ‘Home’ बटन मिलता है, जिसे क्लिक करे।
- अब दांयी साइट में ‘Power’ का बटन मिलेगा, जिसमें Sleep, Shut down और Restart के विकल्प मिलेंगे।
- कंप्यूटर को बंद करने के लिए ‘Shut Down’ बटन पर क्लिक करे,
- कुछ समय बाद कंप्यूटर पूरी तरह से बंद हो जाएगा, जिसके बाद आपको कंप्यूटर के सभी स्वीच बंद कर देने है।
दूसरा तरिका
आप सीधे ही की-बोर्ड की Combine Keys के साथ कंप्यूटर को बंद कर सकते है। इसके लिए आपको दो बटन एक साथ दबाने हैं, “Alt + F4” या “Alt + F4 + fn”. इसके बाद Shut down सेलेक्ट करके Enter दबाना है। आपका कंप्यूटर बंद हो जाएगा।
कंप्यूटर की विशेषताएं – Computer Basic Knowledge In Hindi
आज के कंप्यूटर की अनेको विशेषताएं हैं, क्योंकि आज की दुनिया इन्ही कंप्यूटर्स पर चल रही है। आजकल के सभी कागजी काम ऑनलाइन ही कंप्यूटर्स के द्वारा किये जा रहे है। अत: कंप्यूटर के अनेक विशेषताएं हैं, जिसमें से प्रमुख विशेषताएं निम्नलिखित हैं।
- Speed– Computer एक सैकेंड से भी कम समय में लाखों गणनाएं एक साथ कर सकता है।
- Storage Capacity– इसमें हम अनंत जानकारीयों को स्टोर करके रख सकते है। आजकल internalऔर External प्रकार की अलग-अलग क्षमता की अनेको Memories आ रही हैं।
- Accuracy– कंप्यूटर सभी प्रश्न और Instruction पर बिल्कुल सटीक परिणाम देता है। अगर केलकुलेशन में गड़बड़ होती है तो वह गड़बड़ डाटा इनपुट करते समय मनुष्य से होती है।
- Security– पासवर्ड की सहायता से हम अपनी जानकारी को Encrypted कर सकते है। हालांकि साइबर अटैक होने से नुकसान होता है।
- Diligence-यह एक मशीन है, जिस पर बाहरी वातावरण का कोई प्रभाव नही पड़ता है। यह बिना रूके लाखों-करोडों बार काम कर सकता हैं।
- Versatile– इससे हम अनेक प्रकार के कार्य संपन्न किये जा सकते है। एडवांस कंप्यूटर में तो एक साथ अनेको कार्य कर सकते है।
- Automatic-आजकल कंप्यूटर ऑटोमेटिक मशीन भी बन चुका है। इसमें कैलकुलेशन के समय Human intervention की संभावना बहुत कम होती है।
नोट : कंप्यूटर के अनेक नुकसान भी है, क्योंकि आजकल अनेको Sensitive Document भी कंप्यूटर पर ही सुरक्षित रखे जाते है। लेकिन ऐसे में ऑनलाइन साइबर अटैक का ज्यादा डर रहता है। कई हैकर लोगों की जानकारी को चुरा भी लेते है।
इसके अलावा कंप्यूटर में वायरस फैलने का पूरा खतरा रहता है। जो धीरे-धीरे बढ़ता जाता है, अंत: मे कंप्यूटर हैंग भी हो जाता है। इससे हमारे डाटा का काफी नुकसान भी होता है।
हमारे पुराने लोगो के पास कंप्यूटर का अच्छी जानकारी नही होती है, तो उन्हे काम करने मे काफी ज्यादा दिक्कत का सामना करना पड़ता है।
Computer Basic Keyboard Shortcuts Keys in Hindi
कंप्यूटर बेसिक नॉलेज इन हिंदी के लिए आप कुछ बेसिक शॉर्टकट Keys के बारे में जान सकते हैं। इससे आप कंप्यूटर का काम काफी तेजी से कर सकते हैं। जैसे
Shortcut Key | Key का कार्य |
Alt + Tab | कंप्यूटर स्क्रीन पर खुले हुए एक से अधिकविंडो में स्वीच कर सकते है। |
Alt + F4 | कंप्यूटर को बंद करने के लिए |
Window + D | कंप्यूटर के सभी टैब को Minimize कर सकते हैं |
F12 या Ctrl + S | किसी भी फाइल को सेव कर सकते है |
Ctrl + N | कोई भी नया विंडो या फाइल खोल सकते है |
Ctrl + O | नया डॉक्यूमेंट या फाइल खोलने के लिए |
Ctrl + C | किसी भी Text या फाइल को Copy करने के लिए |
Ctrl + X | किसी भी Text या फाइल को Cutकरने के लिए |
Ctrl + V | किसी भी Text या फाइल को Pasteकरने के लिए |
Ctrl + A | सभी Text को एक साथ Select करने के लिए |
Window + Space | भाषा बदलने के लिए |
Window + Tab | कंप्यूटर के सभी टैब को एक साथ स्विच करने के लिए |
बुनियादी कंप्यूटर कौशल
आजकल कंप्यूटर की मदद से हम काफी तरिके के कौशल हासिल कर सकते हैं। और अपने कौशल से लाखों रूपये कमा भी सकते है। यह बिल्कुल है, क्योंकि मैं भी अपने कंटेंट राइटिंग के कौशल के कारण अच्छे पैसे कमा रहा हूं। कंप्यूटर आधार अनेक कौशल है, जिसे आप सिखकर पैसे कमा सकते हैं। जसे-
#1. Digital Marketing
- email marketing
- website analytics
- content marketing
- Pay-Per-Click Advertising (PPC)
- Social Media Management (SMM)
- Content Management System (CMS)
- Search Engine Optimization (SEO)
#2.Graphics Design
- Video Editing Software
- Designing Software
- Photo Editing Software
- Vectors Base Graphic Software
- Desktop publication
#3.IT troubleshooting
- Router troubleshooting
- Software troubleshooting
- Modem hardware troubleshooting
#4. DatabaseManagement
- SQL
- Microsoft Excel
- Spread sheets
- Data analysis
#5.Accounting software
- Spread sheets
- Custom accounting software
- Accounting information systems
#6. Productivity Software
- Digital Calendar
- Cloud Backup Software
- Spread Sheet Software
- Word Processing Software
- Instant Messaging
- File Sharing Software
- Video Conferencing Tools
#7.Email and other communication software
- Online messaging software
- Video conferencing software
- Email management application
कुछ अन्य कंप्यूटर बेसिक नॉलेज इन हिंदी
अब हम कुछ महत्वपूर्ण चीजों के बारे में जान लेते है, जो कंप्यूटर से जुड़े हुए हैं। जैसे-
सीपीयू (CPU)
CPU यानी Central Processing Unit, जो कंप्यूटर का प्राथमिक घटक है। यह कंप्यूटर के निर्देशों को प्रोसेस करता है, मतलब यह ऑपरेटिंग और एप्लिकेशन को चलाता है। सीपीयू उपोगकर्ता या सक्रिय सॉफ्टवेयर प्रोग्राम से लगातार इनपुट लेता है और डेटा को प्रोसेस करके आउटपुट देता है। जो हमें स्क्रीन पर दिखाई देता है।
पहले सीपीयू में केवल एक प्रोसेसर होता था, जो कि सीपीयू के अंदर वास्तविक चिप के रूप मे होता था। यही चीप गणना करती थी ऐर वर्षों तक डाटा को रखती थी। लेकिन आजकल लगभग सभी कंप्यूटर के एकल CPU में भी दो प्रोसेसर या प्रसंस्करण कोर मिल जाते हैं।
इन दो प्रोसेसर वाले सीपीयू को Dual-Core सीपीयू कहते है, चार प्रोसेसर को Quad-Core CPU कहते है। इसके अलावा हाई सीपीयू में Hexa-Core और Octa-Core प्रोसेसर भी होते हैं।
अब तो एक कंप्यूटर में एक से अधिक सीपीयू का भी इस्तेमाल किया जाता है, मतलब दो Hexa-Core CPU मे कुल 12 प्रोसेसर मिल जाते हैं।
मदरबोर्ड (Motherboard)
मदरबोर्ड भी कंप्यूटर का एक अहम भाग है, जो हार्डवेयर घटकों जैसे CPU, RAM, हार्डड्राइव और विडियो कार्ड के बीच कनेक्टिविटी प्रदान करता है। आजकल अनेक प्रकार और कंप्यूटरों के आकार के आधार अलग-अलग Motherboardबनाये गये हैं।
इसी मदरबोर्ड में ही कंप्यूटर के मुख्य घटक जैसे प्रोसेसर, मेमोरी, हार्ड ड्राइव और विडियो कार्ड इत्यादि शामिल होते हैं। प्रत्येक मदरबोर्ड विशिष्ट प्रकार के प्रोसेसर और मेमोरी के साथ काम करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसलिए मदरबोर्ड हर प्रोसेसर और मेमोरी के साथ काम नही करता है।
Operating System
यह एक ऐसा सिस्टम होता है जो कंप्यूटर के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर के बीच समन्वय का कार्य करता है। Operating System (OS) के कारण ही हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर सही से काम कर पाते है। यह दो प्रकार के होते हैं-
- GUI– इसका पूरा नाम ‘Graphical User Interface’है, जो कंप्यूटर के ग्राफिक्स सिस्टम को दर्शाता है।
- CUI– इसका पूरा नाम ‘Character User Interface’है, जो इस OS में किसी भी काम को परफॉर्म करने के लिए कमांड देता हैं।
वर्तमान में अनेक कम्प्यूटर और लेपटॉप में अलग-अलग तरह के OS इंस्टॉल किये जाते हैं। जैसे-
- Windows 7, 8, 10, 11
- Windows XP
- Apple Mac
- Linux
नोट : सामान्य उपयोग में आने वाले लगभग सभी कंप्यूटर और लेपटॉप में विंडोज 10 प्रकार का OS देखने को मिलता हैं। मतलब अगर आपके पास कंप्यूटर है तो उसमें अवश्य ही Windows 10 होगा।
डाटा (DATA) क्या है
डाटा कंप्यूटर में इनपुट डिवाइस के द्वारा फीड की जाने वाली संख्या, अक्षर और आंकड़े होते हैं। यह आंकड़े और Instruction हम इनपुट डिवाइस जैसे की-बोर्ड या माउस इत्यादि से देते है। जिन्हे कंप्यूटर डाटा के रूप में स्टोर करता है।
FAQs – कंप्यूटर बेसिक नॉलेज इन हिंदी
अगर आप कंप्यूटर सिखना चाहते है और उसके लिए आप बेसिक नॉलेज जानना चाहते है तो आप हमारे इस लेख को पढ़ सकते है। इसके अलावा आप किसी कंप्यूटर सेंटर पर सिखने के लिए जाते है तो आप Basic Computer Course में अनेक चीजे सिखेंगे। जैसे-
1. Operating System,
2. Internet
3. Typing,
4. MS Word,
5. MS Excel,
6. MS PowerPoint इत्यादि।
एक कंप्यूटर के बेसिक नॉलेज में आपको बहुत कुछ सिखने को मिलता है। जैसे- कंप्यूटर को चालू व बंद करना, डॉक्यूमेंट को खोलना, इंटरनेट इस्तेमाल करना, कंप्यूटर सॉफ्टवेयर (MS Word, MS Excel और MS PowerPoint इत्यादि) चलाना, टाइपिंग करना इत्यादि।
वैसे आजकल भारत सरकार स्वयं चाहती है कि सभी लोग कंप्यूटर बेसिक नॉलेज इन हिंदी के बारे मे जाने। इसके लिए सरकार ने अनेको बेसिक कंप्यूटर कोर्स शुरू भी किये है।
Computer को हिंदी में “संगणक” बोलते या कहा जाता है।
कंप्यूटर की भाषाएं भी मनुष्य के बोल चाल और लिखने में प्रयुक्त होने वाली भाषाओं के समान ही है। जैसे-
1. FORTRAN,
2. COBOL,
3. Basic,
4. Algol,
5. Pascal,
6. Komal,
7. Logos,
8. Prolog,
9. Fourth,
चार्ल्स बेबस को कंप्यूटर का आविष्कारक माना जाता है।
उत्तर: कंप्यूटर का साक्षरता दिवस हम सब 2 दिसंबर के दिन मनाते हैं।
पास्कल
सन् 1946 में पहला आधुनिक Computer खोजा गया था।
वर्तमान के सभी कंप्यूटर की सबसे छोटी इकाई बिट (Bit) है। और 1 बाइट में 8 बिट होते हैं।
इन सब में निम्न प्रकार का संबंध पाया जाता हैं।
1 बाइट में 8 बिट,1 किलो बाइट में 1024 बाइट,1 मेगा बाइट में 1024 किलो बाइट,1 गीगा बाइट में 1024 मेगा बाइट।
www यानी World Wide Web के आविष्कारक “टिम बर्नर्स ली” है।
इसका निर्माण IBM ने किया था।
निष्कर्ष
इस लेख मे हमने Computer Basic Knowledge in Hindi पर आधारित सभी जानकारीयां देने की कोशिश की है। जैसे कंप्यूटर क्या है, इनपुट व आउटपुट क्या है, सॉफ्टवेयर व हार्डवेयर क्या है, कंप्यूटर की बेसिक शॉर्टकट Keys, कंप्यूटर के प्रकार और विशेषताएं इत्यादि। हमने इन सब जानकारी के अलावा अनेक महत्वपूर्ण जानकारीयों पर भी चर्चा की हैं।
उम्मीद है की आप सभी ने आज के इस काफी महत्वपूर्ण आर्टिकल को पढ़कर काफी कुछ सीखा होगा और कंप्युटर के सामान्य ज्ञान के बारे मे भी विस्तार से जान लिया होगा, अंत मे मेरा यही नेवदान है की इस आर्टिकल को Facebook, Twitter इत्यादि जैसे सोशल मीडिया पर भी जरूर साझा कीजिए।
जैसा की आप सभी मोबाइल तो चलाते ही है।