Calories Tracking In Hindi : हम अपने दैनिक जीवन मे जो भी खाने की चीजे हम खाते है उन सभी मे एक निश्चित मात्रा तक की कैलोरी मौजूद होती है, अगर कोई व्यक्ति अपने जीवन मे अपने स्वास्थ्य को लेकर सिरियस है तब उसे कैलोरी से जुड़ी समस्त जानकारी मालूम हन चाहिये उसे अपने प्रत्येक खाने के चीजों के कैलोरी को मापना और उसे ट्रैक करना आना चाहिये यह एक सामान्य जानकारी है जिसके बारे मे हम सभी को पता होना चाहिये।
शरीर को रोजाना जितना अधिक कैलोरी वाला भोजन मिलेगा उतना ही शरीर का वजन बढ़ता चलता जाएगा और जितने कम कैलोरी वाला भोजन करेंगे उतना ही शरीर का वजन घटेगा, और एक व्यक्ति को अपने स्वास्थ्य लक्ष्य के हिसाब से यह निर्धारित करना चाहिये की उसे कितना कैलोरी तक का भोजन करना चाहिये और जिसे लंबे समय तक Maintain रखने के लिए एक Maintenance कैलोरी वाले भोजन खाने की जरूरत पड़ती है।
लेकिन इन सब को अपनाने के लिए और इसे अच्छे से समझने के लिए Calories Kaise Count Kare? इस बारे मे विस्तार से जानना होगा ताकि कोई भी व्यक्ति अपने प्रत्येक खाने से मिलने वाले कैलोरी को Count कर सके जीससे की वह अपने जीवन मे सदैव स्वस्थ्य रह सके।
कैलोरी क्या है (Calories in Hindi)
दरअसल शरीर को चलाने के लिए और शरीर के समस्त अंगों को सही ढंग से कार्य करने हेतु ऊर्जा की आवश्यकता होती है जो ऊर्जा शरीर को भोजन से मिलती है और भोजन से मिलने वाली ऊर्जा को कैलोरी से ही नापा जाता है या फिर इस तरह से भी कह सकते है है की प्रत्येक खाने की वस्तु मे एक मात्र मे कैलोरी ही मौजूद रहती है जीससे हमारा शरीर ऊर्जा प्राप्त कर पाता है।
एक तरह से कैलोरी भोजन से मिलने वाली योजना को मापने की इकाई है जीससे की किसी भी भोजन मे मौजूद ऊर्जा को मापा जा सकता है।
कैलोरी कैसे ट्रैक करे – Calories Counting in Hindi
अगर कोई व्यक्ति अपने स्वास्थ्य के लक्ष्य को प्राप्त करना चाहते है या फिर स्वस्थ्य रहना चाहता है तब प्रत्येक भोजन के कैलोरी को ध्यान मे रखना जरूरी है, निम्नलिखित चीजों को समझकर कैलोरी को गिन जा सकता है –
1. भोजन के न्यूट्रीएन्ट के कैलोरी को जानिए
किसी भी भोजन या खाने के कैलोरी का गणन करने हेतु सर्वप्रथम खाने मे मौजूद Nutrients और Micronutrients जैसे प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर इन सब को जानना जरूरी है प्रत्येक खाने की वस्तु मे एक निश्चित संख्या मे प्रोटीन, वसा और कार्बोहाइड्रेट मौजूद होते है जिसकी की अलग अलग कैलोरी होती है जैसे 1 ग्राम वसा मे 9 कैलोरी होती है वहीं पर, 1 ग्राम प्रोटीन और 1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट 4 – 4 ग्राम कैलोरी मौजूद होती है।
इसी तरह से 1 ग्राम फाइबर मे भी 2 ग्राम कैलोरी मौजूद होता है साथ मे किसी खाने मे चीनी मौजूद है तब उसका भी कैलोरी गिना जाएगा प्रत्येक ग्राम चीनी मे 4 कैलोरी होती है। अब कोई भी व्यक्ति किसी भी खाने मे प्रोटीन, वसा, कार्बोहाइड्रेट और फाइबर कितना मौजूद है इसकी जानकारी हो जाने पर उस खाने के कुल कैलोरी का अनुमान लगा सकता है।
2. पैकेज्ड फूड्स के न्यूट्रिशन फैक्ट्स चेक करे
प्रत्येक फूड निर्माताओ को अपने पैकेज्ड फूड्स मे उस उत्पाद का से संबंधित समस्त न्यूट्रिशनल जानकारी का उल्लेख करना कानूनी तौर पर जरूरी होता है इसी वजह से सभी तरह के आने वाले पैकेज्ड फूड्स मे उस फूड के न्यूट्रिशन के बारे मे पूरा उल्लेख होता है जैसे उस फूड मे कौन सा न्यूट्रिएन्टस कितनी मात्रा मे मौजूद है।
इसके अलावा उस फूड की कैलोरी भी कितनी होती है, इसी वजह से अगर आप कैलोरी का पूरी तरह से ध्यान रखना चाहते है तब किसी भी तरह के पैकेज्ड फूड्स मे न्यूट्रिशन फैक्ट्स का लेबल जरूर चेक करे जीससे की आप उस फूड के कैलोरी और उसमे मौजूद समस्त पोषक तत्वों के बारे मे जान पाएंगे।
3. फूड्स का न्यूट्रिशनल वैल्यू की जानकारी रखे
दैनिक कैलोरी को गिनने के लिए आप जिस भी तरह का या जो भी खाना खाते है उनमे मौजूद समस्त चीजों के न्यूट्रिशनल संबंधित जानकारी रखना बेहद आवश्यक है इसके लिए आप इंटरनेट का उपयोग करे जिसके जरिए आप खाने के किसी भी चीज का न्यूट्रिशनल वैल्यू काफी आसानी से जान पाएंगे।
जिसके लिए आपको करना कुह नहीं है बस किसी सर्च इंजन मे जाकर आप जिस भी फूड आइटम का न्यूट्रिशनल वैल्यू जानना चाहते है उसका सबसे पहले नाम और उसके बाद Nutritional Value per 100G लिखकर सर्च करे जैसे मुझे दही का न्यूट्रिशनल वैल्यू जानना है तब Curd Nutritional Value per 100G लिखकर सर्च करूंगा जिसके बाद इससे जुड़ी जानकारी आ जाएगी।
जहां पर उस के 100 ग्राम मे कितनी कैलोरी होती है और कौन कौन से तत्व कितनी मात्रा मे मौजूद होती है वे सभी चीजे आ जाएगी।
4. फूड आइटम के सर्विन्ग साइज़ का ध्यान रखे
जरूरी नहीं है कि फूड आइटम का कैलोरी सर्विन्ग साइज़ पर निर्भर हो, बल्कि ऐसे कई सारे फूड आइटम जिसके 200 से 300 ग्राम सर्विन्ग साइज़ मे 1000 से 2000 तक का कैलोरी मौजूद होता है जैसे मार्केट मे मिलने वाले पैकेज्ड चिप्स, मूंगफली इत्यादि वही पर ऐसे कई फूड आइटम है जिसमे की 1 किलो तक के सर्विन्ग साइज़ मे भी लगभग 400 कैलोरी भी मौजूद नहीं होता है जैसे खीरा, गाजर इत्यादि।
इसीलिए कई लोग खूब खाते है लेकिन उनके शरीर पर कुछ लगता ही नहीं है क्योंकि वे कम कैलोरी वाले फूड आइटम खा रहे होते है वही पर कई लोग ऐसे भी है जो की कम से कम खाना खा रहे होते है लेकिन उनका वजन कम नहीं होता क्योंकि वे काफी उच्च कैलोरी वाले फूड आइटम खा रहे होते है जो कम से कम सर्विनग साइज़ मे काफी ज्यादा कैलोरी दे देते है।
5. फूड आइटम के समस्त न्यूट्रीएन्ट के कैलोरीज को जोड़े
किसी भी फूड आइटम मे मौजूद कुल कैलोरी को हम मात्र उसमे मौजूद न्यूट्रीएन्ट यानि पोषक तत्वों का पता लगाकर जान सकते है, जैसे की ऊपर हमने बताया की 1 ग्राम वसा मे 9 कैलोरी होती है, 1 ग्राम फाइबर मे 2 कैलोरी होती है वहीं पर, 1 ग्राम प्रोटीन और 1 ग्राम कार्बोहाइड्रेट 4 – 4 ग्राम कैलोरी होती है।
इसी तरह अगर किसी फूड आइटम के 100 ग्राम के एक सर्विन्ग मे 22 ग्राम प्रोटीन, 10 ग्राम कार्बोहाइड्रेट, 2 ग्राम फाइबर और 3 वसा है तब 22 x 4 = 88 + 10 x 4 = 40 + 2 x 2 = 4 + 3 x 9 = 27 तो उसका कुल कैलोरी लगभग 159 के आस पास होगा, इस तरह से किसी भी फूड आइटम के कैलोरी को गिना जा सकता है।
6. कैलोरी ट्रैकर ऐप का इस्तेमाल कीजिए
इंटरनेट, प्ले स्टोर, ऐप स्टोर पर ऐसे कई सारे कैलोरी ट्रैकर ऐप मौजूद है जिसके माध्यम से हम किसी भी फूड आइटम के सर्विन्ग साइज़ के हिसाब से उसका कैलोरी और उसमे मौजूद पोशाक तत्वों को जान सकते है और जो की व्यक्ति के दैनिक कैलोरी को भी गिनने या ट्रैक करने मे काफी मदद करता है।
Myfitnesspal, YAZIO Calorie Counter, Fastic ये ऐप्स इन्ही मे से एक है जो की किसी भी तरह के फूड आइटम के कैलोरी और उसके पोषक तत्वों की जानकारी प्रदान करता है और साथ मे इन ऐप्स की मदद से कोई भी व्यक्ति अपने दैनिक कैलोरी को गईं सकता है या फिर ट्रैक कर सकता है।
7. कैलोरी के सोर्स पर भी ध्यान देना जरूरी है
कैलोरी को जानने के साथ साथ कैलोरी के सोर्स पर भी ध्यान देना जरूरी होता है की कैलोरी कौन से पोषक तत्वों के माध्यम से आ रहा है जैसे कई सारे फूड आइटम जो कैलोरी मे उच्च होते है उनमे मौजूद अधिकतर कैलोरी संतृप्त वसा (Saturated Fats) और प्रोसेस किए हुए कार्बोहाइड्रेट से आ रहे होते है जो की उच्चता अधिकतर स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है इस वजह से इस तरह के उच्च कैलोरी वाले फूड आइटम को खाना स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं होता है।
वही पर कई ऐसे भी फूड होते है जो की कैलोरी मे उच्च तो होते ही है जैसे अंडे या चिकन इनमे अधिकतर कैलोरी संतृप्त वसा और प्रोटीन से आ रहे होते है जो की स्वास्थ्य के लिए काफी अच्छा होता है क्योंकि ये एक नेचुरल फूड आइटम है और साथ मे इसमे मौजूद अधिकतर कैलोरी प्रोटीन से आ रहा होता है जो की शरीर के लिए एक अहम पोषक तत्व है।
निष्कर्ष
कैलोरी भोजन मे मौजूद ऊर्जा को मापने की इकाई है और सभी तरह के खाने की चीजों मे एक मात्रा मे कैलोरी ही मौजूद होती है जीससे की शरीर को पोषक तत्व और ऊर्जा मिल पाती है, इसी वजह से कैलोरी के बारे मे और उसे ट्रैक करने के बारे मे प्रत्येक व्यक्ति को जानना जरूरी है, उम्मीद है की इस लेख से आप सभी प्रिय पाठको को दैनिक कैलोरी कैसे ट्रैक करे? इस बारे मे काफी कुछ जानने और सीखने को मिला होगा।
अब इस लेख के अंत मे आप सभी पाठको से यही कहना है की इस लेख से जुड़ा किसी भी तरह का को सवाल या सुझाव है तब उसे नीचे कमेन्ट बॉक्स मे अवश्य लिखिएगा।